जी हाँ इस बात में कोई दो राय नहीं है की इस विवादित जगह पर विश्वविद्यालय या अस्पताल बनाना बिलकुल सही होगा | हाँ धर्म आस्था अपनी जगह सब ठीक है मगर इंसानियत के नाम पर विश्वविद्यालय या अस्पताल बनाने से अच्छा कोई और विचार नहीं होगा | हर सिक्के के दो पहलु होते है है वैसे ही हो सकता है विश्वविद्यालय या अस्पताल बनने के विचार से कई लोग आहात भी हो जाएँ, मगर इंसानियत और पढ़ा लिखा व्यक्ति सोच कर देखें तो इससे कई ऐसे लोगों की मदद होगी जो देश के हित में काम आएंगे विश्वविद्यालय बनने से भविष्य की नयी पीड़ी देश को सुधारने में काम आएगी और अस्पताल बनने से रोज़गार बढ़ेगा और लोगों को दूर-दूर अच्छे डॉक्टर्स के लिए नहीं भटकना पड़ेगा | इन सभी बातों को मध्यनज़र रखते हुए यह कहना गलत नहीं होगा की इस विवाद को सुधारने के लिए मंदिर या मस्जिद की जरुरत नहीं बल्कि अच्छे स्कूल , विश्विद्यालय और अस्पताल की जरुरत है |
इसे भी पढ़ें- तक्षशिला, नालंदा, विक्रमशिला विश्वविद्यालयों के बारें में बताइएं?
