आज हर कोई बॉलीवुड फिल्मों का दीवाना है, बॉलीवुड की फिल्मों ने भारत समेत पूरे विश्व में अपनी धूम मचाई हुई है। बॉलीवुड में कई ऐसी यादगार फिल्में बनी है जिन्होंने दर्शकों के बीच में जगह बनाई है, लेकिन आज के समय में बॉलीवुड में कुछ ऐसी अश्लील फिल्में भी बन रही है, जिन्हें आप अपने परिवार वालों के साथ बैठकर कभी भी नहीं देख सकते। बॉलीवुड इतिहास में कुछ फिल्में ऐसी भी बनी है जिनमें ज्यादा अश्लीलता होने के कारण सेंसर बोर्ड ने रिलीज होने पर रोक लगा दी। सेंसर बोर्ड एक ऐसा बोर्ड है जो बॉलीवुड फिल्मों को हर प्रकार के पैमाने पर तोलता है और इसी कारण सेंसर बोर्ड ने इन 5 फिल्मों को ज्यादा अश्लीलता होने के कारण इनकी रिलीज पर रोक लगा दी थी। हालांकि बाद में इन फिल्मों को यूट्यूब पर विश किया गया। आज हम बात करेंगे उन पांच फिल्मों की जिन्हें अश्लीलता के कारण सेंसर बोर्ड ने रिलीज नहीं होने दिया।
1)ऑनफ्रीडम
साल 2014 में बनी फिल्में ऑनफ्रीडम की रिलीजिंग पर सेंसर बोर्ड ने अपनी कैंची चलाई, वैसे तो सेंसर बोर्ड हर फिल्म को हरी झंडी दे देता है पर अनफ्रीडम एक ऐसी फिल्म बनी जिस फिल्म में ज्यादा अश्लीलता होने के कारण सेंसर बोर्ड ने इसे रिलीज नहीं होने दिया।
अनफ्रीडम एक ऐसी फिल्में जिसमें दो लड़कियों को संबंध बनाते हुए दिखाया गया है, यहां एक ऐसी मूवी है जिसे आप परिवार वालों के साथ बैठकर कभी भी नहीं देख सकते, लेकिन आप इस फिल्म को यूट्यूब पर जरूर देख सकते हैं।
इस फिल्म को राज अमित कुमार ने डायरेक्ट किया था। 2014 में बनी ऑनफ्रीडम फिल्म को सेंसर बोर्ड ने बैन कर दिया था।
2)कामसूत्र 3डी
कामसूत्र 3डी एक ऐसी मूवी है जिसमें अश्लीलता की भरमार है, इस फिल्म के सीन काफी अश्लील होने के साथ काफी उत्तेजक भी है, सेंसर बोर्ड ने इस फिल्म को काफी अश्लील और अनैतिक बताया है, यह फिल्म साल 2013 में रिलीज होनी थी लेकिन इसे सेंसर बोर्ड ने रिलीज नहीं होने दिया, इस फिल्म के डायरेक्टर हैं रूपेश पॉल। आप इस फिल्म को यूट्यूब पर जरूर देख सकते हैं।
3)ऊर्फ प्रोफेसर
इस फिल्म का नाम ऊर्फ प्रोफेसर जरूर है लेकिन इस फिल्म में शिक्षा संबंधी बातें कम बल्कि गाली गलौज ज्यादा दिखाई गई है इस फिल्म में मनोज पावहा, शर्मन जोशी और अंतरा माली ने काम किया है। इस फिल्म को डायरेक्ट किया है पंकज आडवाणी ने यह फिल्म वॉलन्टेयर कंटेंट और खराब लैंग्वेज की वजह से सेंसर बोर्ड ने बैन कर दिया है, यह फिल्म 2001 में बनकर तैयार हुई और 2001 में ही रिलीज हो जाती पर सेंसर बोर्ड ने इस फिल्म को रिलीज नहीं होने दिया।
4)पांच
यह फिल्म 21 सितंबर 2003 में रिलीज होनी थी पर सेंसर बोर्ड ने इस फिल्म को रिलीज नहीं होने दिया क्योंकि इस फिल्म को समाज के लिए खतरा बता दिया गया था। यह फिल्म काफी अश्लील होने के साथ अनैतिक और असामाजिक फिल्म भी है। इस फिल्म के निर्देशक अनुराग कश्यप हैं और इस फिल्म में मुख्य भूमिका के. के मेनन,आदित्य श्रीवास्तव,विजय मौर्य और तेजस्विनी कोल्हापुरी ने निभाई है, यह एक क्राइमएडल्ट पर बनी है जिसे सेंसर बोर्ड ने बैन कर दिया है।
5)सिन्स
इस फिल्म में कई सारे न्यूड सीन दिखाए गए हैं, या फिल्म एक क्रिश्चियन प्रीस्ट के ऊपर बनी है, इस फिल्म में दिखाया गया है कि उसे एक औरत से प्यार हो जाता है और वह उस औरत को पाने के लिए बेताब हो उठता है। लेकिन यह फ़िल्म इतनी ज्यादा अश्लील है कि आप इसे अपनी फैमिली मेंबर के साथ कभी भी नहीं देख सकतें।
कोई समय ऐसा था जब बॉलीवुड में फिल्में बनती थी जिसे हम सभी परिवार वालों के साथ बैठकर देखा करते थे लेकिन आज के समय में बॉलीवुड में कई सारी ऐसी फिल्में बन रही हैं जिन्हें आप अपने परिवार के साथ बैठकर कभी भी नहीं देख सकते, क्या आपको नहीं लगता कि ऐसी फिल्मों को बैन करना चाहिए और ऐसी फिल्मों को बनाने वालों का भी हमें विरोध करना चाहिए। ऐसी फिल्में देश में अपराध को बढ़ावा देती हैं, और ऐसी फिल्मों से ही हमारे देश के युवा गलत रास्ते पर जाते हैं। बॉलीवुड की फिल्मों में नविता कुछ इस प्रकार हो चुकी है कि अब सेक्स सीन करना बॉलीवुड एक्टर एक्ट्रेस के लिए नॉर्मल बात हो चुकी है। इसीलिए ऐसी फिल्मों का हमें विरोध करना चाहिए।