हिमचाल की शान ना केवल वहां की वादीया है, बल्कि वहां की जाने वाली सेब की खेती भी वहां की शान में चार चाँद लगाती है | हिमाचल की हरियाली को वहां के सेब बागान हर दिन एक नयी मुस्कान देते है, यही वजह है की हिमाचल में सेब के बागान चढ़ाई कर रहे है |
हिमाचल के पर्यटन विभाग ने यह सूचना दी है की इस बार ब्लूमिंग सीजन में सेब के पौधों का ख़ास ख्याल रखा जाए क्योकि यह एक अच्छी तकनीक साबित होगी व्यापार के लिए भी और पर्यटन के लिए भी | पर्यटन को आकर्षित करने करने के लिए ये कारगार योजना बनाई जा रही है | जिसके लिए निगम ने शिमला से 50 से 60 किलोमीटर के दायरे में आने वाले शिलारू, कंडयाली और मत्याणा में मौजूद सेब के बागीचों का चयन किया है| यहाँ तक की कुछ बागबानों ने पर्यटकों के लिए अपने सेब के बगीचों में ही होम स्टे का इंतज़ाम कर दिया है जिससे उनके बागान की खूबसूरती का लुफ्त आसानी से उठाया जा सके |
यही कारण है की हिमाचल में सेब के बागान चढ़ाई कर रहे है और साथ ही व्यापार भी |