इस भागादौड़ी के युग में एक इंसान के लिए एक अच्छा व्हीकल बहुत ही जरूरी है। ख़ास कर बड़े शहरों में जो रहते है उनके लिए कार से बेहतर कोई और विकल्प हो ही नहीं सकता और इसीलिए ऑटोमोबाइल कम्पनीज कार के नए नए मॉडल रिलीज़ करती रहती है। कार के लिए सबसे अहम है उसके टायर। वैसे तो सब टायर काफी चलते है पर एक चालक के लिए जरूरी है यह जानना की कितने किलोमीटर के बाद कार के टायर बदलने चाहिए।
सौजन्य: खबर नॉनस्टॉप
वैसे देखा जाए तो ऐसा कोई रूल या स्टैण्डर्ड नहीं है पर अगर एक्सपर्ट्स की माने तो 25000 किलोमीटर से लेकर 40000 किलोमीटर चलने के बाद ज्यादातर टायर घिस जाते है और इसलिए उनको बदलना जरुरी होता है। टायरों की घिसाई इस बात पर निर्भर करती है की कार कितनी चलाई जाती है और कैसे रास्ते पर चलाई जाती है। अगर रास्ते जिस पर कार चलाई जाती है वो खराब है तो टायर 25000 से कम किलोमीटर हो तो भी बदलने पड़ सकते है। इसलिए अगर आपको अपने टायर का हाल जानना है तो उसकी ऊपरी सतह देख लीजिये उस से पता चल जाएगा की आपको तैयार बदलने की जरुरत है या नहीं।