ABB ने गुरुवार को अपने वड़ोदरा के प्लांट में माइक्रोग्रिड सॉल्यूशन का उद्घाटन किया | यह कंपनी का सबसे बड़ा प्लांट है ,जिसमें 3000 से ज्यादा कर्मचारी काम करते हैं | यह एबीबी का पुरे विश्व में सबसे बड़े निर्माण हब में से एक है | माइक्रोग्रिड को भारत के निर्माण कैंपस में इंस्टॉल किया जाएगा |
एक खबर के अनुसार - माइक्रोग्रिड की रूफ़टॉप फोटोवोल्टिक फील्ड और उसका नवोन्मेषी बैटरी-एनर्जी स्टोरेज सिस्टम फैक्टरी की उत्पादकता को बढ़ाएगा और शाम के समय या बादल छाए रहने के दौरान ग्रीन पावर की सप्लाई करेगा | एबीबी का कंट्रोल एवं ऑट्रोमेशन सिस्टम माइक्रोग्रिड के दिमाग की तरह काम करता है और नई उर्जा का अधिकतम इस्तेमाल करता है | नवीनीकरण से प्लांट के कार्बन फुटप्रिंट लगभग 1400 टन कार्बनडाइ ऑक्साइड के उत्सर्जन को कम करेगा |
2030 तक भारत के विश्व की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की उम्मीद है ,और भारत में डिजिटल तकनीकी की गति को ध्यान में रखते हुए, देश को स्मार्ट तकनीकी समाधान की जरूरत है ताकि ऊर्जा की बढ़ती जरूरतों को पूरा किया जा सके |