मै तो ये नही कह सकती फर्जी है या नही पर ईतना जरूर कह सकती हू की जो भी हुआ बहुत सही हुआ
- सबको पता है कि महाभारत में अश्वत्थामा हतोहत कह कर द्रोण को मारा गया । यह भी नियम विरुद्ध ही था ।
- सबको पता है कि पितामह भीष्म पर निहत्थे पर वार किया गया जो कि नियम विरुद्ध था ।
- सबको पता है कि कर्ण भी धौखे से मारा गया
- सबको पता है कि जंघा पर वार करने का नियम नही था लेकिन दुर्योधन को वैसे ही मारा गया जोकि नियम के विरूद्घ था ।
पता है ये सब नियम क्यों टूटे?
- क्यौंकि पहले मर्यादाएं टूटी
- मर्यादा टूटी लाक्ष्यागृह बनाकर
- मर्यादा एक स्त्रि के सम्मान की
- मर्यादा टूटी जीविका के साधन छीन लेने से (पांच गांव तो क्या सुई की नौक बराबर भी जगह ना देना)
- मर्यादा टूटी दूत बनकर गये भगवान को बंदी बनाने की कू चेष्टा करके
- मर्यादा टूटी एक बालक को सारे महारथियों द्वारा घेर कर मारने पर और जब मर्यादाएं टूटती हैं तब नियम स्वयं समाप्त हो जाते हैं ।
विकास दूबे ने जिन्हे मारा या जिनकी जमीन कब्जा की वे सब लोग कौन हैं???किस जाती किस धर्म के हैं ।
किसका नुकसान कर रहा था वह ?
भाई अपराधियो को तो मरना ही है धर्म की विजय के लिये !
बकिया नियम का आप आचार डाल सकते है ! और अगर अब भी जले तो बर्नोल पिछवाडे पर लगाईये!!
जय श्री राम ?
जय योगी राज ??