"War on Terror" या आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक युद्ध, संयुक्त राज्य अमेरिका में 9/11 को जो हुआ, उसकी दृढ़ निंदा करने के लिए अपनाया गया था।
यह अल-कायदा के ओसामा बिन लादेन द्वारा 11 सितंबर, 2001 को विश्व व्यापार केंद्र पर किए गए दुखद हमले की 17 वीं वर्षगांठ है। द्वितीय विश्व युद्ध के जापानी पर्ल हार्बर बमबारी के बाद यह घटना अमेरिकी मिट्टी पर हुआ अत्यधिक दुखद व हैरान कर देना वाला हमला था ।
दरअसल, गौरवशाली विश्व व्यापार केंद्र के गिरना द्वितीय विश्व युद्ध और शीत युद्ध की तरह ही देश को हिलाकर रख देने वाला था ,परन्तु इसने देश को एकजुट और मजबूत भी किया | 9/11 के दुखद हमले के बाद, तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति George W Bush ने प्रतिशोध में "War on Terror" का आयोजन किया।
ऐसा माना जाता है कि हमले का कारण अमेरिकी जीवन शैली और खुली मुक्त मानसिकता को खत्म करने के लिए किया गया था | हमलों के बाद, लोगों का "हमें अमेरिकी होने पर गर्व है" कहना और अमेरिकी जीवनशैली को अपनाने वाले लोगों में काफी वृद्धि वृद्धि हुई थी |
तो ऐतिहासिक रूप से "War on Terror" ने अमेरिका को जोड़ा जब अलक़ायदा द्वारा अमेरिका के सम्मान को तोड़ने की कोशिश की गयी |
रेडिओ पर 2011 में पूर्व राष्ट्रपति ओबामा ने कहा, "यहां तक कि सेवा का सबसे छोटा कार्य, दयालुता का सबसे सरल कार्य, उन लोगों का सम्मान करने का एक तरीका है, जो 9/11 के बाद की एकता की भावना को पुनः प्राप्त करने का एक तरीका है।"
"War on Terror" न केवल आतंकवाद के खिलाफ युद्ध है, बल्कि दुखद रूप से गलत विचारों और विचारधाराओं के खिलाफ युद्ध है, जो मानवता के सार का खंडन करता है। 2011 में, पूर्व राष्ट्रपति ओबामा ने स्पष्ट रूप से कहा था कि "आतंक पर युद्ध" का मतलब किसी भी तरह से इस्लाम के खिलाफ युद्ध नहीं है।