आजकल हर कांग्रेसी यह जरूर कहता है एम्स तो नेहरू ने बनवाया था ! जब भी अमित शाह एम्स में या बीजेपी का कोई नेता एम्स में भर्ती होता है तब कांग्रेसी यह तंज जरूर करते हैं कि नेहरू के बनवाए अस्पताल में भर्ती हुए
जबकि सच्चाई कुछ और है
एम्स की स्थापना में नेहरू का कोई भी योगदान नहीं था एम्स राजकुमारी अमृत कौर अहलूवालिया ने बनवाई थी जो कपूरथला राज परिवार से थी
राजकुमारी अमृत कौर लंदन में पढ़ाई के दौरान ही ईसाई मिशनरियों के संपर्क में आने से कैथोलिक बन गई थी और जलियांवाला बाग हत्याकांड में इनके मन में अंग्रेजों के प्रति नफरत हुई और यह देश की आजादी की लड़ाई से जुड़ गई और यह 17 सालों तक महात्मा गांधी की निजी सचिव थी
देश की आजादी के बाद यह भारत की पहली स्वास्थ्य मंत्री बनी थी इन्होंने जब नेहरू के सामने एक ऐसा हॉस्पिटल बनाने का प्रस्ताव रखा जो बेहद बेजोड़ हो तब नेहरू ने फंड की कमी का हवाला देकर मना कर दिया
क्योंकि राजकुमारी अमृत कौर ईसाई मिशनरियों से जुड़ी थी और खुद कैथोलिक थी और लंदन जर्मनी और ऑस्ट्रिया में रही थी इसलिए वह लंदन जर्मनी ऑस्ट्रिया न्यूजीलैंड अमेरिका और कनाडा जैसे देशों से फंडिंग का इंतजाम किया इतना ही नहीं उन्होंने अपनी 100 एकड़ पैतृक जमीन भी बेच दी और इस तरह एम्स का निर्माण हुआ
बाद में उन्होंने अपना मनाली और शिमला का आलीशान बंगला भी एम्स को दान कर दिया ताकि एम्स में काम करने वाले डॉक्टर और नर्स छुट्टियां मनाने के लिए वहां रुक सके