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पारस पत्थर एक पहेली जैसे है आज तक इस पत्थर के रहस्य को कोई नहीं जान पाया है और पारस पत्थर की खोज अब तक जारी है। इसे अंग्रेजी में फिलोसोफर स्टोन कहते हैं और संस्कृत में स्पर्श मणि के नाम से जाना जाता है पारस पत्थर एक विशेष काले रंग का सुगंधित पत्थर है तथा यह दुर्लभ वह बहुमूल्य पत्थर माना जाता है कहां जाता है कि लोहे को पारस पत्थर पर स्पर्श करते ही सोना बन जाता है। और इसकी खोज 13वीं सदी के वैज्ञानिक अल्बर्ट मानुस ने की थी। और इस पत्थर को आज तक कोई नहीं सुलझा पाया और जिसने भी सुलझाया है वो इस दुनिया में नहीं है.।
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हमारी दुनिया में ऐसे ऐसे रहस्य भरे पड़े है जिनके बारे में हमने अभी तक खोज नहीं कर पाये है और संसार में ऐसे कई वस्तुएं हैं जिनका जिक्र संसार में समय-समय पर होता रहता है लेकिन उनकी स्थिति हमेशा एक रहस्य बन कर रह जाती है। उन्हीं में से एक है पारस पत्थर जिसे हम मढ़ी स्पर्श के नाम से भी जानते हैं कहा जाता है कि जब भी यह पत्थर किसी लोहे को छूती है तो उसे हीरो बना देती है लेकिन यह पारस पत्थर एक पहेली बन कर रहे हैं क्या है जिसे आज तक किसी ने भी सुलझा नहीं पाया है और जिसने भी इसे सुलझाने की कोशिश की है वे इस दुनिया में नहीं रह पाया। इस बहुमूल्य पारस पत्थर का रंग काला होता है और इससे बहुत ही सुगंधित खुशबू आती है और ऐसा कहा जाता है कि इस पारस पत्थर की खोज तेरहवीं शताब्दी में एक वैज्ञानिक अल्बर्ट मानुस नाम की वैज्ञानिक ने की थी।
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Preetipatelpreetipatel1050@gmail.com | पोस्ट किया
पारस का पत्थर एक काले रंग का सुगन्धित पत्थर कहलाता हैै ! जो बहुत ही मूल्यवान और दुर्लभ होता है। यह एक ऐसा पत्थर होता है जिसके स्पर्श से लोहा भी सोना बन जाता है। पारस पत्थर की खोज 13 वीं सदी के एक वैज्ञानिक और दार्शनिक अल्बर्टस ने किया था ! यह बहुत ही शक्तिशाली और चमत्कारी पत्थर होता है! ऐसा कहा जाता है कि आज भी पारस पत्थर किसी किले मैं मौजूद है !
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Occupation | पोस्ट किया
हमारी दुनिया अनेक रहस्यों से भरी हुयी है संसार भर मे कुछ ऐसी रहस्यमय घटनाये घटित हुई है इन रहस्यों की खोज आज तक कोई नहीं कर पाया है दुनियाभर मे कुछ चीज़ो का जिक्र समय -समय पर ही किया जाता है। उन वस्तुयों का रहस्य हमेशा रहस्य ही बन कर रह जाता है। ऐसी ही एक वस्तु पारस पत्थर का रहस्य है इसके रहस्य का पता लगाना थोड़ा मुश्किल होता है लेकिन ढ़ूढ़ने भगवान भी मिल जाता है ये तो एक पारस पत्थर का रहस्य है।पारस पत्थर का मूल नाम स्पर्श मणि है तथा पारस पत्थर का अंग्रेजी मे फ़िलोसोफर स्टोन होता है। पारस पत्थर एक तरह की पहेली होती है यदि किसी ने इस पहेली को सुलझाने की भी कोशिश की तो कोई मतलब नहीं है क्योंकि पारस पत्थर का सिर्फ नाम है इस दुनिया मे उसके नाम का जिक्र कर सकते है लेकिन उसका इस दुनिया कोई अस्तित्व नहीं है।
पारस पत्थर का रहस्य यह है कि इसको लोहे से स्पर्श कराया जाता है तो वह तुरंत सोने मे परिवर्तित हो जाता है यह काले रंग का होता है।
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