भारत के स्टार निशानेबाज जीतू राय ने कॉमनवेल्थ गेम्स में देश को एक और गोल्ड मेडल दिया | 2016 रियो ओलिपिंक में इनके बेहद निराशजनक प्रदर्शन के कारण इनको यूनिट से वापस भेज दिया गया था | जीतू ने उस कसक को यहां निकालने की कोशिश की और कुछ हद तक सफल भी रहे | गोल्ड कोस्ट में 235.1 का स्कोर किया, जो कॉमनवेल्थ गेम्स का रिकॉर्ड है और इसी के साथ जीतू अपने खिताब को भी बकरार रखने में सफल रहे |
जीतू राय का येसफर 2006 में अपने पिता को खोने के बाद शुरू हुआ | नेपाल के संखुवासभा जिले के रहने वाले जीतू के पिता भारतीय सेना के गोरखा राइफल्स रेजिमेंट में नौकरी मिलने पर परिवार को नेपाल में छोड़कर भारत आ गए, लेकिन पिता को खोने बाद जीतू ने 19 साल की उम्र अपने पिता की ही तरह भारतीय सेना की गोरखा रेजिमेंट जॉइन की और दो साल बाद जीतू ने निशानेबाजी का चुना |
जीतू राय का जन्म 25 अगस्त 1989 में नेपाल एक परिवार में हुआ | यह नेपाली मूल के शूटर हैं जो भारत के लिए खेलते हैं। एक ही विश्व कप में दो पदक जीतने वाले वो प्रथम भारतीय और नेपाली हैं। ग्लासगो में आयोजित 2014 राष्ट्रमण्डल खेल में 28 जुलाई 2014 को 194 .1 लेकर स्वर्ण पदक जीता। वे भारतीय सेना के नौजवान हैं। राय ने मई 2014 के विश्व कप में 10 मीटर एयर पिस्टल में स्वर्ण और 50 मीटर पिस्टल में रजत पदक जीता था।