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दोस्तों हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बारे में विभिन्न लोगों की विभिन्न राय है। जिनमें से व्यापारी वर्ग की राय अनेक महत्वपूर्ण है क्योंकि व्यापारी वर्ग हमारे देश की नींव है। नरेंद्र मोदी द्वारा व्यापारियों के लिए लाए जाने वाले नए नियम कानून तथा नई नीतियों के कारण कई व्यापारी उनसे असंतुष्ट है। हालांकि कई व्यापारियों का कहना है कि नरेंद्र मोदी द्वारा बनाई गई सभी नीतियां व्यापारियों के हित में है। व्यापारियों के असंतुष्टि का प्रमुख कारण यह है कि उनका मानना है की नरेंद्र मोदी द्वारा व्यापारी के हितों को ध्यान में रखकर कोई कदम नहीं उठाए जा रहे है। नरेंद्र मोदी द्वारा बनाई गई नीतियों से उनका केवल नुकसान हो रहा है।
व्यापारियों की असंतुष्टि का प्रमुख कारण नरेंद्र मोदी द्वारा लगाया गया जीएसटी है। जीएसटी का पूरा नाम गुड सर्विस टैक्स है जिसे हर छोटे बड़े व्यापारी को चुकाना अनिवार्य है। जैसा कि आप जानते हैं जब आप पहले कोई सामान खरीदते थे तो आपको बहुत कम दुकानों से ही बल दिया जाता था। बिल न देने का प्रमुख कारण था कि व्यापारी के विक्रय का पता सरकार को ना चले। विक्रय का पता नहीं चलने पर उसके आय का पता भी सरकार को नहीं चलता था। जिसके कारण उसे आयकर यानी कि टैक्स चुकाने की कोई जरूरत नहीं होती थी। जिसके कारण व्यापारी अनेक पैसे कमाते थे लेकिन सरकार का नुकसान होता था। इसी नुकसान को कम करने के लिए नरेंद्र मोदी द्वारा जीएसटी लाया गया। यानी कि अब हर छोटे बड़े सामान पर दुकानदार को बिल देना पड़ेगा तथा यह हर एक ग्राहक का हक है कि वह सामान खरीदने के बाद उसका बिल जरूर ले और ध्यान रहे कि बिल किसी पर्ची पर लिखा हुआ ना हो बल्कि एक पुख्ता बिल हो। वह बिल ही व्यापारी के विक्रय का हिसाब होता है और बिल के जरिए उसकी आय का भी हिसाब सरकार के पास जाता है। जीएसटी नियम को लाने के बाद व्यापारियों को हर महीने कर का भुगतान करना पड़ रहा है जिसके कारण बड़े व्यापारियों को अधिक समस्या नहीं हो रही लेकिन मध्यम वर्ग के व्यापारियों को काफी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है इसलिए यह व्यापारी नरेंद्र मोदी से असंतुष्ट है।
नरेंद्र मोदी के द्वारा व्यापारियों के लिए बनाए गए नए नियम के तहत अब उन्हें अपने उत्पादन, खरीद विक्रय तथा आयात निर्यात का पूरा हिसाब कंप्यूटर पर रखना होता है और सरकार को उसकी जानकारी देनी होती है। जिसके कारण सरकार को पूरी जानकारी होती है कि माल कहां गया और कितनी कमाई हुई है। इसी कारण से अत्यधिक व्यापारी नरेंद्र मोदी से असंतुष्ट है क्योंकि इन सभी नियमों के बाद उनकी गैर कानूनी कमाई पर नरेंद्र मोदी ने रोक लगा दी है।
जीएसटी के अलावा नरेंद्र मोदी से व्यापारियों के असंतुष्ट रहने की सबसे बड़ी वजह नोटबंदी है। नोटबंदी के कारण बाजार बिल्कुल ठप्प पड़ गया था तथा काला धन रखने वाले कारोबारी को बहुत भारी नुकसान का सामना करना पड़ा था। अन्य कई छोटे व्यापारियों को भी नोटबंदी के कारण नुकसान उठाना पड़ा तथा अनेक व्यापारियों का व्यापार बिल्कुल बंद हो गया।
व्यापारियों की असंतुष्टि का की एक वजह सरकारी नीति और आधिकारिक प्रक्रियाओं का लंबे समय तक चलते रहना भी है। किसी भी नीति पर काम करने या कोई कानूनी फैसला सुनाने में सरकार द्वारा किए गए विलंब के कारण व्यापारियों को काफी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि सरकार द्वारा इसे सुधारने की पूरी कोशिश की जा रही है।
अंत में यह कहा जा सकता है कि सभी व्यापारी नरेंद्र मोदी के नीतियों से असंतुष्ट नहीं है बल्कि वह व्यापारी जो गैर कानूनी कामों से पैसा कमाते थे या टैक्स नही चुकाते थे और काला धन अर्जित करते थे उन्हें ही नरेंद्र मोदी की नीतियों से परेशानी हो रही है। बाकी ईमानदारी से व्यापार करने वाले व्यापारियों को नरेंद्र मोदी द्वारा बनाए गए सभी नियम अपने हित में ही दिखाई दे रही है अतः वह व्यापारी नरेंद्र मोदी की प्रशंसा भी कर रहे है।
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