Others

बरसाने में लट्ठमार होली क्यों खेली जाती ...

R

Ram kumar

| Updated on March 7, 2023 | others

बरसाने में लट्ठमार होली क्यों खेली जाती है ?

2 Answers
1,819 views
B

@brijeshmishra8622 | Posted on March 18, 2019

होली का नाम सुनते ही मथुरा और वृंदावन की होली का दृश्य सामने आता है | वैसे तो होली का त्यौहार सभी जगह खेला जाता है परन्तु मथुरा, वृंदावन में होली का अपना एक अलग महत्व है | बरसाने में लट्ठमार होली और फूलों से होली खेली जाती है | इसका भी अपना एक विशेष महत्व है | आइये बरसाने में लट्ठमार होली क्यों खेली जाती है जानते हैं |


मथुरा वृंदावन की होली जैसे पूरी दुनिया में प्रसिद्द है वैसे ही बरसाने की लट्ठमार होली भी पूरी दुनिया में काफी प्रसिद्ध है | होली का त्यौहार फाल्गुन मास की शुक्ल पक्ष को आता है जो कि नवमी के दिन बरसाने में लट्ठमार होली के रूप में मनाई जाती है | बरसाने में इस दिन के होली का नज़ारा देखने लायक होता है |

Loading image... (Courtesy : News18 इंडिया )

इसके पीछे एक कहानी है, जैसा कि भगवान कृष्णा का जन्म मथुरा में हुआ और वह बचपन से ही चंचल स्वभाव के माने गए हैं | भगवान कृष्णा अपने साथियों के साथ होली खेलने के लिए राधा के गाँव बरसाने में जाया करते थे और वहां राधा और उनकी सहेलियों के साथ होली खेलते और ठिठोली करते थे | जिसके बदले में राधा और उनकी सहेलियां उन पर डंडे बरसाती थी और उससे बचने के लिए कृष्णा और उनके साथी अपने आपको किसी चीज़ से छुपाते थे | यह प्रथा आज भी चली आ रही है और आज भी बरसाने में हर होली में यही होता है |

Loading image... (Courtesy : Punjab Kesari )


0 Comments
logo

@krishnapatel8792 | Posted on March 7, 2023

जैसा कि आप सभी जानते हैं कि होली का त्योहार हिंदुओं का एक प्रमुख त्योहारों में से एक है भारत के सभी देशों में होली का त्यौहार बड़ी धूमधाम के साथ मनाया जाता है जिस तरह मथुरा और वृंदावन की होली काफी मशहूर है उसी तरह बरसाने में भी एक तरह की होली खेली जाती है लट्ठमार होली लेकिन क्या आप जानते हैं कि आखिर बरसाना में लट्ठमार होली क्यों खेली जाती है शायद आपको मालूम नहीं होगा चलिए हम आपको इसकी जानकारी देते हैं। जैसा कि आप जानते हैं कि भगवान श्री कृष्ण जी का जन्म मथुरा में हुआ था लेकिन भगवान श्री कृष्ण जी राधा के गांव बरसाना होली खेले जाया करते थे इसलिए जब भी श्री कृष्ण और उनके साथी ही राधा को रंग लगाने जाते थे तो राधा और उनकी सहेलियां श्री कृष्ण जी और उनके दोस्तों को लाठी से मारती थी और खुद को बचाने के लिए श्री कृष्णा अपने को किसी सी चीज से छुपा लेते थे इस प्रकार बरसाना में आज भी लट्ठमार होली खेली जाती है ।Loading image...

0 Comments