भानगढ़ का किला भारत में भूतिया जगहों में सबसे ऊपर गिना जाता है |कहा जाता है कि यहाँ आत्माओं का वास है जिसके कारण पिछले 10 सालो में इस जगह यात्रियों का आना अत्यधिक बढ़ा है | भानगढ़ किला राजस्थान के अलवर जिले में स्थित है, जिसके पास "गोला का बास" गाँव बसा हुआ है | भानगढ़ प्राचीन समय में एक गाँव था परन्तु अब केवल यह किला ही है जिससे भानगढ़ नाम जुड़ा है | भानगढ़ किले में सूरज उगने के बाद ही जा सकते हैं और सूरज ढलने तक ही वहाँ घूम फिर सकते हैं |
इसके पीछे प्रमुख कारण वहाँ होने वालीरहस्यमयी घटनाओं को माना जाता है |
भानगढ़ से जुड़ी कहानियाँ
लोककथाओं के अनुसार भानगढ़ पर बाबा बालूनाथ का श्राप लगा हुआ है | बाबा बालू नाथ ने भानगढ़ किले के निर्माण से पहले यह शर्त रखी थी कि उनके स्वयं के घर से बढ़ी कोई दीवार भानगढ़ में नहीं होनी चाहिए, परन्तु राजकुमार के द्वारा एक दीवार इतनी ऊँची निर्मित करवाई गयी जिसकी परछाई बाबा बालू नाथ के घर पर पढ़ गयी | इसी कारण बाबा बालू नाथ ने यह श्राप दिया कि भानगढ़ कभी फलेगा फूलेगा नहीं |
एक और कहानी है जो भानगढ़ की राजकुमारी रत्नावती और तांत्रिक सिंघिया के विषय में है | तांत्रिक रत्नावती के प्रेम में पड़ गया और उसने बाज़ार में तेल खरीदने गयी रत्नावती से अपने प्रेम का इज़हार करने के लिए तेल में काला जादू कर दिया | तांत्रिक को लगा कि तेल के उपयोग से ही रत्नावती पर जादू का असर हो जाएगा और वह तांत्रिक के प्रेम में पढ़ जायँगी | परन्तु रत्नावती जादू से वाकिफ थीं और उन्होंने वह तेल तांत्रिक के ऊपर डाल दिया | तांत्रिक अपने ही जादू से भस्म होने लगा परन्तु अपनी आखिरी साँसों में तांत्रिक ने भानगढ़ किले और उसमे रहने वालों को श्रापित कर दिया |
इन दो कहानियों के आधार पर भानगढ़ किले को भूतिया किला कहा जाता है | कई लोगो का कहना है कि यहाँ भूतिया जैसा कुछ नहीं परन्तु ऐसे बहुत से तथ्य हैं जो सिद्ध करते हैं कि भानगढ़ किला भूतिया है |
- भानगढ़ किले से किसी महिला के चिल्लाने की आवाज़े आतीं है, ऐसा अक्सर नहीं होता परन्तु लोगो के मुताबिक यह आवाज़े उस स्थान से आती हैं जहाँ आस पास कोई नहीं होता, कभी बंद कमरों से तो कभी खुले स्थान से |
- यह 2011 की बात है जब कुछ लोगो ने किले में खिड़की पर एक आदमी को बैठे देखा था | आदमी बूढा था और बुरी हालत में था, लोग उसे पास से देखने जा ही रहे थे कि उन्होंने देखा, जिस कमरे में वो आदमी बैठा था उसका कोई दरवाजा ही नहीं था, वह एक बंद कोठरी थीं जिसमे कोई अंदर नहीं घुस सकता था |
- लोगो के अनुसार भानगढ़ किले में रात के समय रत्नावती दिखाई पड़ती हैं | वहाँ रात के अँधेरे में रत्नावती को घुमते देखा गया है | यह कितना काल्पनिक है कितना सत्य कहना मुश्किल
है |