चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की तरफ से एक बड़ा बयान आया है. चीनी राष्ट्रपति ने कहा है कि राष्ट्रीय संप्रभुता की पूरी तरह से रक्षा और देश की समग्र सामरिक स्थिरता की रक्षा के लिए सैनिकों की ट्रेनिंग को व्यापक रूप से मजबूत करना और युद्ध के लिए तैयार करना महत्वपूर्ण है यानि की युद्ध के लिए तैयार रहे.चीनी राष्ट्रपति का यह बयान ऐसे समय में आया है जब अमेरिका के साथ उसके रिश्ते चरम तनाव पर पहुंच चुके हैं. और भारत के साथ सीमा विवाद मुद्दा गहराता आ रहा है....
देखा जाए इस समय तमाम देश कोरोना की मार झेल रहे हैं कोई देश नहीं चाहेगा कि वह इस वक्त युद्ध करें.क्योंकि युद्ध करने की स्थिति पर सभी देश विचार करेंगे.चीन पर कोरोना वायरस फैलाने का आरोप लगता आ रहा है और अब चीन भारत के साथ सीमा विवाद को और अधिक बढ़ा रहा है.वह भी ऐसे समय में जब भारत में पहले से ही तालाबंदी है. अर्थव्यवस्था दिनों दिन गिरती जा रही है.मरीजों की संख्या में इजाफा लगातार होता जा रहा है ऐसे समय में चीन भारत के साथ सीमा विवाद को और अधिक बढ़ा रहा है यानी की ऐसी कमजोर घड़ी में चीन द्वारा ऐसा कदम उठाना चीन की नापाक हरकत और कायरता को दर्शाता है. चीन ने यह कदम तब उठाया है जब वहां पर कोरोना वायरस का खतरा टल चुका है ऐसे समय में चीन को दूसरे देशों की मदद करनी चाहिए ना की युद्ध की रणनीति बनानी चाहिए.
