Delhi Press | पोस्ट किया | खेल
(BBA) in Sports Management | पोस्ट किया
क्रिकेट के भगवान, सचिन तेंदुलकर एक शतक बनाने के बाद अपनी हेलमेट को चूमते थे। वह ऐसा करता था क्योंकि हेलमेट का उस पर भारतीय ध्वज था और मास्टर ब्लास्टर ने मैदान पर जो कुछ भी किया था वह अपने देश का गर्व था। यह परंपरा पहली बार सचिन तेंडुलकर द्वारा शुरू की गई है और कई अन्य वर्षों से इसके बाद कई अन्य लोगों ने इसका पालन किया है। इसमें विराट कोहली, शिखर धवन, युवराज सिंह और रोहित शर्मा जैसे नाम शामिल हैं।
कोहली तेंदुलकर की विरासत को जारी रख रहे हैं और जब भी वह एक सौ रन बनाते हैं वह वही करता है। हालांकि, भारतीय टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी भारतीय राष्ट्रीय ध्वज के साथ वाला हेलमेट नहीं पहनते हैं।
धोनी के हेलमेट मे राष्ट्रीय ध्वज इसलिए नहीं होता क्योकि ज्यादातर विकेट कीपिंग के दौरान अपना हेलमेट अपने से थोड़ा दूर ज़मीन पर रख देते है जो की एक राष्ट्रीय ध्वज का अपमान होगा | धोनी आर्मी और आर्मी के नियम को बहुत पसंद करते है | और उनकोआर्मी सेअफसर पोस्ट भी मिली है | इसलिए वो कभी भी राष्टीय ध्वज का अपमान नहीं करना चाहते है | इसकारणवह अपने हेलमेट पर राष्टीय ध्वज का चिन्ह का प्रयोग नहीं करते है |
0 टिप्पणी