जैसा कि सभी जानते हैं, कि
ज्योतिष शास्त्र में जितने भी ग्रह हैं, उन सबका अपना महत्व हैं, जैसा कि पहले बताया गया हैं,
सूर्य, केतु,
शनि के बारें में | आज हम आपको
बुध ग्रह के बारें में बताते हैं,
बुध ग्रह के अच्छे और बुरे प्रभाव क्या होते हैं,उसके बारें में हम आपको बताते हैं |
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार बुध ग्रह को देवताओं का संदेश वाहक जिसको हम वर्तमान में Courier वाला कह सकते हैं, कहा जाता हैं । बुध ग्रह मिथुन और कन्या राशि का स्वामी होता हैं | बुध ग्रह सूर्य के निकटम ग्रह में से एक हैं, और बुध ग्रह का अच्छा और बुरा प्रभाव कई बार हमारी राशि में सूर्य के प्रभाव से भी पड़ता हैं |
बुध ग्रह के प्रभाव :-
-जैसा कि अभी आपको बताया कि बुध ग्रह मिथुन और कन्या राशि का स्वामी हैं, इसलिए इस ग्रह प्रकर्ति दोहरी होती हैं |
- 2 राशियों का स्वामी होने के कारण यह ग्रह मिथुन राशि और कन्या राशि पर अपना नियंत्रण रखता हैं |
- बुध ग्रह मनुष्य के हाथ, कान, फेफड़े, तंत्रिका तंत्र(nervous system) और त्वचा जैसे अंगों को प्रभवित करता हैं |
- बुध ग्रह मनुष्य की बातों में तर्क को दर्शाता हैं, जिन लोगों का बुध ग्रह मजबूत होता हैं, वे लोग बहुत ही समझदार प्रवत्ति के होते हैं |
- बुध ग्रह का मनुष्य की कुंडली में अच्छा और मजबूत स्थान, उसको हमेशा success बनाता हैं, और तर्क-वितर्क में भी हमेशा जीत हासिल करवाता हैं |
- बुध ग्रह के मित्र - सूर्य ,शुक्र और राहु , अब सोचिये जिनके ये तीनो ग्रह मित्र हैं, उनका बुरा कैसे होगा |
- बुध ग्रह का शत्रु - चन्द्रमा और बुध ग्रह की स्वराशि अर्थात जिसको बुध ग्रह नियंत्रित करता हैं - मिथुन राशि और कन्या राशि |
बुध ग्रह को और अधिक मजबूत बनाने के लिए आप भगवान विष्णु की पूजा कर सकते हैं | इससे आपका बुध ग्रह अधिक मजबूत होगा और आपके जीवन में इसका अच्छा प्रभाव देगा |