नमस्कार स्वीटी जी ,आज जो वर्तमान में हो रहा है, उसके आधार पर आपका सवाल बहुत ही सही है | वर्तमान समय कि बात न ही करे तो बेहतर होगा | क्योकि वर्तमान में जितना देश आधुनिक होता जा रहा है उतना ही देश बर्बादी की तरफ बढ़ रहा है | और जो हालात आज कल के हो रहे है उसके बाद तो धरती का विनाश संभव है | इंसान अब इंसान नहीं है,जानवर बनता जा रहा है | इंसान की इंसानियत ऐसे कैसे ख़त्म होती जा रही है ? क्या हो गया है इस धरती के लोगो को ? कुछ नहीं पता न ही समझ आ रहा है कुछ |
हर रोज ऐसी खबरे आ जाती है जो इंसान को किसी दूसरे इंसान पर भरोसा न करने की तरफ प्रभावित करती है | कोई किसी पर भरोसा नहीं कर सकता अब ये स्तिथि आ गई है | समय जितना आधुनिक हो रहा है उतना ही लोगो के दिमाग में गंदगी भर रही है | बस बेटी पढ़ाओ में लगे है ,पर बेटियों की सुरक्षा का क्या ? क्यों कोई इसमे आवाज नहीं उठा रहा है ?
जब गुनाह करने वाले की इंसानियत ख़तम हो गई है तो उसको सजा देने में भी इंसानियत मत दिखाओ | अगर गुनेहगार हिरासत में है तो क्यों उसको जेल में बंद कर के दो वक़्त मुफ्त का खाना देकर ,क्यों बेवजह कोर्ट में उनका केस चला कर इतना समय बर्बाद किया जाता है ? क्यों उनको सीधा सजा नहीं दी जा सकती ? जब उनमे इंसानियत नहीं तो हम में क्यों ? पहले खुद बदलो तभी देश बदलेगा |