MI17 एयर फोर्स का चॉपर है जो की मल्टी रोल और कॉम्बेट हेलीकॉप्टर के तौर पर जाना जाता है। यह रूस में निर्मित है और भारतीय वायु सेना के पास करीब 160 जितने चॉपर है जो की इस सीरीज से है। हाल ही में हुए एक हादसे में एक और चॉपर भारतीय वायु सेना ने खोया है और इसके चलते फिर से एकबार यह हेलीकॉप्टर के बारे में चर्चा शुरू हो गई है। इस चॉपर का प्रमुख कार्य सेना के जवानो और माल सामान के परिवहन का होता है पर वो सर्च ऑपरेशन में भी काम लगता है।
इसे मॉडर्नाइजेशन के चलते काफी अपग्रेड भी किया गया है पर ज्यादातर चॉपर्स जो वायुसेना के पास है वो पुराने हो चुके है।
Loading image... सौजन्य: अंग्वाल
हाल में हुए हादसे में भारत सरकार ने एक इन्कवायरी कमीशन बिठाया है जो की छापर के क्रेश होने की वजहों की जांच करेगा। प्राथमिक तौर पर टेक्निकल फैल्योर को प्रमुख वजह बताया जा रहा है की जिस के वजह से यह हादसा हुआ है।
सरकार की तरफ से प्राप्त निर्देश के अनुसार सारे चॉपर जो की इस सीरीज से है उनका टेकनिकल इंक्वायरी किया जाएगा और जो उड़ान के लिए सही होंगे उन्हें ही उड़ान भरने की परमिशन दी जाएगी की जिस से और कोई चॉपर क्रेश का सामना ना करना ना पड़े। वायुसेना को इस चॉपर पर काफी भरोसा है और उस ने और भी चॉपर की जिस की उसे जरुरत है उस की सूचि रक्षा मंत्रालय को दी है।