और UP में अपने दौर का बहुत बड़ा डॉन था श्री प्रकाश शुक्ल...
ये विकास दुबे अभी उसकी जुती बराबर का नहीं....
कई बड़े नाम सरेबाज़ार मौत के घाट उतारे थे उसने....
उसका हमेशा एक प्रिय डायलॉग था – "जो पहली गोली मारे वो बादशाह....."
प्रभा द्विवेदी, अमरमणि त्रिपाठी, रमापति शास्त्री, मार्कंडेय चंद, जयनारायण तिवारी, सुंदर सिंह बघेल, शिवप्रताप शुक्ला, जितेंद्र कुमार जायसवाल, आरके चौधरी, मदन सिंह, अखिलेश सिंह और अष्टभुजा शुक्ला जैसे UP के बड़े नेताओं का लाडला था...
उसे ये नेता बड़ा तोपची मानते थे....
लेकिन जब इंस्पेक्टर चौहान ने इसे गोली मारी ये रहम की भीख माँग रहा था, गिड़गिड़ा रहा था, पैंट में मूत दिया था...
इस श्री प्रकाश की सबसे बड़ी हरकत थी 6 करोड़ रुपये के बदले तब के CM कल्याण सिंह की हत्या की सुपारी लेना...
UP में सब जानते हैं के उसने ये सुपारी ली थी...
पर बड़ा सवाल है – #सुपारी_दी_किसने_थी??
हालाँकि कल्याण सिंह की देह भले जीवित बच गयी पर सुपारी देने वालों ने आगे चल उनकी राजनीतिक हत्या तो सफलता से कर ही दी...
इस रहस्य को जानने वालों की कमी नहीं...
फिर भी उत्तर प्रदेश फिर इतिहास दोहरा रहा है और इस बार उसी सुपारी दाता लॉबी के निशाने पर योगी बाबा हैं...
एक अति महत्वाकांक्षी बूढ़े गिद्ध और कोयले की कालिख से मुँह पोते एक नेता का नंगा होना अनिवार्य है...
दिल्ली से दुत्कारे जाने का कष्ट इनसे झेला न जा रहा...
बाबा जी अंजाम ऐसा होना चाहिए के मरने से पहले नहीं पुलिस का नाम सुन माफिया की आत्मा कांप जाये....
वर्ना ये आपके आसपास के ही गिद्ध आपका अंजाम कल्याण सिंह वाला कर देंगे!