भारत और पाकिस्तान के रिश्तो में तनाव कई बार सरहद पर के तनाव में बदल जाते है। विश्व में ऐसे कई पड़ोसी मुल्क है जीन के बिच रिश्ते अच्छे नहीं है। चाहे ईरान-इराक हो, इजराइल और पैलेस्टाइन हो या फिर चीन और ताइवान, कई बार भारत पाकिस्तान के रिश्तो की इन पड़ोसी देशो के रिश्तो से तुलना होती रहती है।
चीन और ताईवान की अगर बात देखी जाए तो चीन हमेशा से यह दावा करता आ रहा है की ताईवान के कुछ हिस्से उस के देश के हिस्से है। हालांकि चीन का यह रवैया भारत, तिब्बत, रूस और जापान के साथ भी रहा है। भारत और पाकिस्तान के साथ चीन और ताइवान के रिश्तो की तुलना करना बिलकुल ही सही नहीं होगा।
सौजन्य: डिफेंस लवर्स
क्यों यह तुलना नहीं की जा सकती?
सबसे पहले अगर देखा जाए तो पाकिस्तान भारत का ही एक हिस्सा था जो की जग जाहिर बात है। उधर ताईवान कभी चीन का हिस्सा नहीं था। पाकिस्तान के अलावा और कोई भी सरहदी मुल्को का भारत से कोई विवाद नहीं है जब की चीन इस मामले में किसी भी पड़ोसी मुल्क से अच्छे ताल्लुक नहीं रखता।
ताईवान एक विकासशील देश है और काफी हद तक प्रोडकटिव है जब की पाकिस्तान इस मामले में दूर दूर तक कहीं नहीं है। भारत और पाकिस्तान के बीच सरहद और कश्मीर को लेकर प्रॉक्सी वॉर सालो से चल रहा है उधर ताइवान ऐसी कोई हरकतें नहीं करता। यह तो चीन की एक पालिसी रही है की पड़ोसी मुल्क के हिस्सों पर अपना दावा करना और इसीलिए इन दोनों मुल्को के बीच अच्छे रिश्ते नहीं है। भारत और पाकिस्तान के बीच दो जंग भी हो चुकी है जो की दिखाता है की ऐसी तुलना की नहीं जा सकती।