भारत विभिन्नताओ वाला देश है। यहां पर अनेक प्रकार के धर्म व समाज पाए जाते हैं। इन्हीं समाजों में ब्रह्म समाज का अपना अलग अस्तित्व है। ब्रह्म समाज की स्थापना राजा राम मोहन राय द्वारा की गई थी। राजा राममोहन राय ने बाल विवाह और सती प्रथा की कटु आलोचना की और इन्हीं के प्रयासों से 1829 ईस्वी में सती प्रथा पर रोक लग पाई। ब्रह्म समाज ने हिंदू धर्म में पाए जाने वाले कई प्रकार की कुरीतियों, अंधविश्वासों का विरोध किया।
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