हिन्दू धर्म क़े अनुसार भगवान विष्णु का सुदर्शन चक्र अन्य संसार क़े अन्य चक्रो की तुलना मे भगवान विष्णु का सुदर्शन चक्र सबसे शक्तिशाली चक्र माना जाता है, यह चक्र भगवान शिव ने विष्णु जी को दिया था।
भगवान विष्णु एक बार भगवान शिव जी की पूजा करने लिए काशी गए हुए थे,काशी मे मणिकार्णिका घाट मे विष्णु भगवान स्नान करने क़े बाद उहोने यह प्रण लिया की 1हज़ार स्वर्ण कमल क़े फूलो को भगवान शिव को चढ़ाकर उनकी पूजा करेंगे, तभी भगवान शिव ने विष्णु जी की परीक्षा लेने क़े लिए 1हज़ार फूलो मे एक फूल कम कर दिया और विष्णु भगवान ने देखा की एक फूल कैसे कम पड़ा और उनका संकल्प टूटने लगा तभी उन्होंने एक फूल क़े बदले अपनी आंख निकल कर भगवान शिव क़े सामनेचढ़ाने लगे तभी भगवान शिव स्वयं प्रकट हुए और बोले आज मुझे पता चला इस संसार मे तुमसे बड़ा भक्त मेरा कोई नहीं है मै तुम्हारी भक्ति से बहुत पसंद होकर विष्णु जी को सुदर्शन चक्र दिया और उनको यह वरदान दिया कि तीनो लोको मे इस चक्र की बराबरी करने वाला कोई अस्त्र नहीं होगा, इस चक्र से अकेले ही हर एक रक्षसो का वध करने मे सक्षम है।

