इस बार के चुनावो में मोदी की लहरें "मरे हुए लोगों" को भी जिंदा कर रही हैं जी हां आपने सही सुना ! मोदी जी ने कहीं से तांत्रिक विद्या हासिल करके मरे हुए लोगों को जिंदा करने का काम भी चालू कर दिया है. क्योंकि नामुमकिन अब मुमकिन है.
इस बार का सियासी माहौल इतना गर्म हो चुका है कि दिल्ली यूनिवर्सिटी के अध्यापकों को भी इस चुनावी जंग में मजबूरन कूदना पड़ गया हैं. बीजेपी नेताओं के हाईवोल्टेज ड्रामे की वजह से दिल्ली यूनिवर्सिटी के 200 से अधिक अध्यापकों ने एक पत्र में हस्ताक्षर करके नरेंद्र मोदी का कड़ा विरोध किया है. (फर्जी) चौकीदार पीएम मोदी ने यूपी की एक रैली में स्वर्गीय राजीव गांधी को भ्रष्टाचारी नंबर वन कहा था।
पत्र में क्या-क्या लिखा गया
• पत्र में लिखा गया कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की उपलब्धियों के बारे में हम सब जानते हैं|
•देश ने काफी तरीकों से इसकी सराहना की हैं.जब भारत ने कारगिल में आक्रमणकारियों को हराया था तो हमारे सैनिकों ने बोफोर्स के लिए राजीव गांधी की प्रशंसा में नारे लगाए थे|
•प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र की सेवा में सर्वोच्च बलिदान करने वाले स्वर्गीय राजीव आंधी के बारे में अपमानजनक और असत्य टिप्पणी करते हुए प्रधानमंत्री के पद की गरिमा को गिराया है.
इस बयान पर दिल्ली यूनिवर्सिटी टीचर्स एसोसिएशन के आदित्य नारायण मिश्रा, डीयू के दो एग्जीक्यूटिव काउंसिल मेंबर, तीन एकेडमिक काउंसिल मेंबर्स, डूटा के वाइस प्रेसिडेंट, ज्वाइंट सेक्रेटरी सहित कई प्रोफेसर ने हस्ताक्षर किए हैं।
बीजेपी के तांत्रिक नेता:-
पहले तो बीजेपी नेता प्रज्ञा ठाकुर अपने भाषणों में दुनिया छोड़कर जा चुके हेमंत करकरे को फिर से जीवित कर देती है. सबको लगा की प्रज्ञा ठाकुर की मानसिक स्थिति ठीक नहीं रहती,ओर श्राप भी देती हैं
इसके बाद जो लहरें चलाने में माहिर है इन्होंने राजीव गांधी को मीडिया में कुछ पल के लिए जिंदा कर दिया है. (मोदी भी क्या करें इनके पास कोई मुद्दे तो है नहीं,इन्ही के सहारे चलना पड़ेगा)
भारतीय जनता पार्टी की नौटंकीया अध्यापकों से सही नहीं गई और उन्होंने पत्र लिखकर मोदी का विरोध किया
आगे यह देखना बड़ा दिलचस्प होगा कि बीजेपी के नेता अब किस को जिंदा करेंगे?