2019 के लोकसभा चुनाव ख़त्म भी हो गए और फिर से एकबार मोदी सरकार सत्ता में आ गई। चुनाव और उस से पहले मीडिया मोदीजी की काफी टीका करते थे और काफी खरी खोटी सुनाते भी थे। जैसे ही मोदीजी वापस सत्ता में आये उनके खिलाफ सारे मीडिया ने मुंह बंध कर दिया और कुछ ने तो तारीफ़ करना भी शुरू कर दिया। मोदीजी अपने स्वभाव के लिए जाने जाते है और वो किसीको भी माफ़ नहीं करते।
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कुछ मीडियावालो को लगा था की अब मोदीजी फिर से सरकार नहीं बना पाएंगे पर वो सत्ता में आ भी गए और इसीलिए सारे मीडिया के पास चुप होने या मोदीजी की तारीफ़ कर ने के अलावा और कोई विकल्प नहीं बचा है।
वैसे देखा जाए तो कुछ मीडियावाले तो पहले से मोदीजी की फेवर में ही काम करते नजर आये है। जो चैनलवाले उन के खिलाफ बोलते थे उन के चैनल या तो बंध हो गए है या फिर एंकर को नौकरी से हाथ धोने पड़े है। अब आग उगलती तोपों की शांति के पीछे या तो मोदीजी का खौफ है जो इन्हे डरा चुका है या फिर उन्होंने अपना जमीर बेच दिया है और मोदीजी और उनकी पार्टी से हाथ मिला लिए है।