12 जून के दिन इतिहास के पन्नों में एक ऐसे दिन के रूप में दर्ज हो गया जब दुनिया के सबसे ताकतवर मुल्क के राष्ट्रपति और उत्तर कोरिया के तानाशाह आमने-सामने थे। एक दूसरे के खिलाफ आग उगलने वाले दोनो नेताओं की इस मुलाकात के लिए सिंगापुर को चुना गया था। पूरी दुनिया की नजर इस मुलाकात पर थी। इस मुलाकात के मायने अपने अपने हिसाब से निकाले जा रहे हैं। हालांकि इन सब से परे एक बात ऐसी है जो सब के मन मे है वह बात है कि अब से कुछ दिनों पहले तक बात बे बात एक दूसरे को परमाणु बम की धमकी देने वाले यह नेता मिलने को तैयार कैसे हुए और कौन था इनके बीच की वह कड़ी जिसने दो विपरीत दिशाओं का मिलन करा दिया।
आइये हम आपको बताते हैं कौन है वह शख्स जो इस मुलाकात की कड़ी और अहम सूत्रधार था। कौन है वह जिसे किम और ट्रम्प दोनो सुनते और समझते हैं। यह नाम है अमेरिका के दिग्गज बास्केटबॉल खिलाड़ी डेनिस रॉडमैन का, जी हां अब आप सोच रहे होंगे कि राजनीति और कूटनीति में खेल कहाँ से आ गया और एक खिलाड़ी का भला नेताओं के बीच मे क्या काम है। आइये हम यह कंफ्यूजन दूर करें।
दरअसल रॉडमैन और ट्रम्प दोनो ही पेशेवर रेसलिंग में रह चुके हैं और काफी समय से एक दूसरे को जानते हैं। दोनो में पुराना नाता रहा है वहीं उत्तर कोरिया के तानाशाह बास्केटबॉल की वजह से रॉडमैन के करीब आये और एक मैच के दौरान हुई मुलाकात दोस्ती में बदल गई। रॉडमैन कई मौकों पर किम की तारीफ कर चुके हैं। जिसे दुनिया सनकी तानाशाह के नाम से जानती है उसे उन्होंने बेहतरीन इंसान बताया था।
इसके अलावा वह काफी समय से दोनो देशों के बीच शांति के प्रयासों पर काम कर रहे हैं। उन्ही की मध्यस्थता का नतीजा है कि उत्तर कोरिया ने अमेरिकी नागरिकों को रिहा किया था जिसकी दूर दूर तक कोई उम्मीद नही थी। वह पहले ऐसे अमेरिकी हैं जो किम से मिले हैं। उनका दावा है कि उन्होंने ट्रम्प की लिखी किताब द आर्ट ऑफ डील भी किम को भेंट की है। वह ट्रम्प के टीवी शो में दो बार शामिल हो चुके हैं। ऐसे में उम्मीद है उनकी जोड़ी यह कड़ी मजबूत होगी और अमेरिका-उत्तरकोरिया के रिश्ते सामान्य और मजबूत होंगे। इस बात का ऐलान ट्रम्प ने मुलाकात के बाद पहले ही कर दिया है।