अंधविश्वासों का दौर भारत में सदियों से चलता आ रहा है और जो हमें कोई बता देता है उसी रात हम सब चलने लग जाते हैं ऐसा अंधविश्वास लोगों ने पाल रखा है कि हाथी के बालों को पास रखने से बुरी ताकतें नहीं आती इससे घर सुरक्षित रहता है घर में सुख हाली प्रेम और स्नेह बना रहता है. और लोग अपने स्वार्थ के लिए कुछ भी कदम उठाने को तैयार हो जाता है जिस वजह से हाथी के बाल बेचा जाना भी अब आरंभ हो चुका है मगर ऐसा बिल्कुल भी नहीं कहा जा सकता है कि हाथी के बाल से कुछ इंसान को पैदा होता है या नहीं होता है इसको सिर्फ अंधविश्वास की श्रेणी में रखेंगे तो ज्यादा अच्छा होगा.
कुछ रिपोर्ट से पता चलता है कि हाथी के बाल अंगूठी और कंगन बनाने में इस्तेमाल होते हैं जिनका आयात अफ्रीका से किया जाता हैं. हाथी की पूंछ काली-भूरी होती है, जो आमतौर पर 7 से 8 इंच लंबी होती है. यह नरम और नाजुक और जल्दी टूट जाती है.एक बाल की कीमत 500 से 3000 रुपये तक होती हैं. महाराष्ट्र में कई ज्वेलर्स हाथी के बाल को प्रयोग कर रहे हैं जिसको देखते हुए सरकार ने सजा का भी प्रावधान रखा है
अगर ऐसे करते हुए कोई पाया जाता है और उसको बेच रहा है तो वाइल्डलाइफ प्रोटेक्शन एक्ट के तहत ऐसा करने पर तीन से सात साल की सजा हो सकती है और 10,000 रुपये से अधिक का जुर्माना भी लग सकता हैं.
