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जी हां ये सच है मनुष्य को अपनी करनी का फल भुगतना पड़ता ही है,कोई व्यक्ति किसी के साथ गलत करता है तो उसे उसके करनी का फल इसी जन्म मे भुगवान पड़ता है। यदि कोई व्यक्ति किसी के साथ अच्छा करता है यानि किसी की मदद करता है तो उसके करनी का फल उसे भगवान बदले मे अच्छा ही देता है यानि उसने किसी के साथ अच्छा किया है तो भगवान उसके अच्छाई का फल उसे अच्छा ही देता है।
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यह बात तो पूरी तरह से सत्य है कि मनुष्य को अपनी करनी का फल भुगतना ही पड़ता है चाहे आप अच्छा कम करें या फिर बुरा कर्म करें सभी कर्मों का फल भगवान आपको अवश्य देता है यदि आप किसी के साथ अच्छा कर्म करते हैं तो आपको इसका फल अच्छा प्राप्त होगा और यदि आप किसी के साथ बुरा कर्म करते हैं तो भगवान आपको इसका बुरा फल देगा इसलिए कहते हैं कि हमेशा हमें अच्छे कर्म ही करने चाहिए हमें कभी भी किसी के बारे में गलत या किसी के साथ गलत नहीं करना चाहिए।
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