हमारे देश में लोगों के लिए मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर सिर्फ खिलाड़ी नहीं बल्कि क्रिकेट के भगवान भी है. क्रिकेट का मतलब ही सचिन तेंदुलकर हैं और अब उनपर बनी फिल्म ‘सचिन: ए बिलियन ड्रीम्स रिलीज हो गई है. ये फिल्म सिर्फ सचिन के फैंस के लिए ही नहीं बल्कि उन लोगों के लिए भी बड़ा तोहफा है जो उनको तो जानते हैं पर उनकी जिंदगी और संघर्ष के बारे में नहीं…इसमें सचिन तेंदुलकर अपनी कहानी खुद बताते हैं. ये डॉक्यु-ड्रामा है जिसमें ज्यादातर रीयल फुटेज का इस्तेमाल किया गया है और यही इस फिल्म को और भी खास बनाता है. सचिन तेंदुलकर के बचपन के कुछ सीन्स को सिर्फ फिल्माया गया है जो कुछ मिनट का है लेकिन उसके बाद सब कुछ वास्तविक है. फिल्म में किसी ना किसी के Voice Over के साथ उन वास्तविक सीन्स को दिखाया गया है. इस फिल्म में सचिन से जुड़े विवादों को बिल्कुल भी नहीं टच किया गया है लेकिन उनकी निजी जिंदगी के छोटे-छोटे और खूबसूरत लम्हों को दिखाया गया है. अपने रूम में म्यूजिक सुनने से लेकर ड्रेसिंग रूम में मस्ती करने तक के ऐसे बहुत सारे वास्तविक फुटेज को यहां दिखाया गया है जिन्हें आपने कभी नहीं देखा होगा. सचिन की उनके परिवार और दोस्तों के साथ रिलेशनशिप को बहुत ही खूबसूरती से दिखाया गया है. इसमें सचिन बताते हैं कि उनके भाई के साथ उनकी बॉन्डिंग ऐसी है कि वो पिच पर तो अकेले दिखते थे लेकिन मानसिक रूप से उनके भाई हमेशा ही उनके साथ होते थे. पत्नी अंजलि से मिलने की कहानी तो सभी को पता है लेकिन ये फिल्म देखकर पता चलता है कि सचिन की पत्नी होना इतना आसान नहीं है. सचिन परिवार को बिल्कुल समय नहीं दे पाते थे. इसमें अंजलि बताती है कि ‘हम सभी ने ये स्वीकार कर लिया था कि सचिन के लिए क्रिकेट पहले है और हम सब बाद में…’ ऐसी बहुत सी इमोशनल बातें हैं जो इस डॉक्युड्रामा को देखते समय आपको बांधे रखती हैं. मास्टर ब्लास्टर का पूरा सफर दिखाया है वो हिंदी सिनेमा में एक नया चलन भी शुरू कर सकता है. अब तक तो यही चलन है कि किसी भी स्टार हम फीचर फिल्म बना देते हैं लेकिन यहां रील और रीयल दोनों में हमारे हीरो सचिन तेंदुलकर हैं.
आप सचिन के फैन हो या ना हों, आप क्रिकेट पसंद करते हों या फिर ना करते हों, ये फिल्म आपको जरूर देखनी चाहिए.