यमला पगला दीवाना 2 बड़े पर्दे पर आ चुकी है | यह फिल्म, यमला पगला दीवाना का तीसरा भाग है जिसमे प्रमुख किरदार धर्मेंद्र, सनी देओल और बॉबी देओल को छोड़कर सब नया है | यमला पगला दीवाना एक बहुत बड़ी हिट साबित हुई थी जबकि यमला पगला दीवाना 2 का कोई ख़ासा प्रदर्शन नहीं था | अब सवाल यह है की "यमला पागल दीवाना : फिर से", बड़े परदे पर धमाल मचा पाएगी या नहीं | यह जानने से पहले आइये इस फिल्म के बारे में जानते हैं |
अपनी पहली दो फिल्मो की तरह इस फिल्म में भी यह तीन कलाकार मुख्य किरदारों में नज़र आ रहे हैं, साथ ही थोड़ा तड़का डालने के लिए खूबसूरत कृति खरबंदा को मुख्य अदाकारा के रूप में दिखाया गया जिनकी ख़ूबसूरती के अलावा उनके किरदार को लेकर फिल्म में कुछ और ख़ास नहीं है | तीनो मुख्य किरदारों ने अच्छा अभिनय निभाया जिसमे धर्मेंद्र ने बाजी मारी और अपने बेटों से हर मायनो में अच्छा प्रदर्शन किया | फिल्म में हंसी के फुहारे कुछ कुछ जगह जरूर है परन्तु ऐसे बहुत से सीन हैं जिन्हे बेहतर बनाया जा सकता था |
बॉबी देओल का अभिनय अच्छा रहा परन्तु कुछ ख़ासा कमाल का नहीं | उन्हें एक तरह से सलमान खान की तरह फिल्म में दिखाया गया : 40 साल का कुंवारा व्यक्ति | सनी देओल का वही पुराना "ढाई किलो का हाथ" जिस डायलॉग को सुन सुनकर शायद लोग पकजायँगे परन्तु बोलते बोलते सनी देओल नहीं | शुरुआत के सीन में धर्मेंद्र और शत्रुघन सिन्हा की जोड़ी आपको सचमुच हसी से लोट पॉट करेगी परन्तु उसके बाद वैसी हसीं शायद ही आपको बाकी फिल्म देखने पर आये |
अतः फिल्म अच्छी है और देओल परिवार के फैन इसे देखने का बहाना तो ढूंढ ही लेंगे परन्तु बाकी लोग इस फिल्म को देखेंगे या नहीं इसपर संदेह है | "यमला पगला दीवाना: फिर से" के साथ ही राजकुमार राव और श्रद्धा कपूर की फिल्म "स्त्री" भी बड़े परदे पर आ चुकी है और "यमला पगला दीवाना; फिर से" को कड़ी टक्कर दे रही है | मुझे नहीं लगता की यह फिल्म "यमला पगला दीवाना" की तरह बड़े परदे पर धमाल मचा पाएगी, परन्तु देखते हैं बाकि दर्शको का इसपर क्या कहना है |