पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के जीवन पर आधारित फिल्म 'द: एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर' 11 जनवरी, 2019 को रिलीज हो गई है| इसके रिलीज़ से पहले देश के अलग-अलग हिस्सों में इस फिल्म को लेकर विरोध किया जा रहा था | लोगों का कहना है कि फिल्म के माध्यम से मनमोहन सिंह का मजाक उड़ाया जा रहा है | इस बात के चलते फिल्म को लेकर लोग अपनी शिकायत दर्ज कराते हुए कोर्ट में इसे बैन करने की मांग कर रहे हैं |
मुज्जफरपुर की स्थानीय अदालत ने दिए एफआईआर के आदेश
सुधीर ओझा नामक एक वकील ने कोर्ट में पेटिशन फाइल की थी जिसके बाद 8 जनवरी को बिहार के मुज्जफरपुर कोर्ट इस मामले में सुनवाई करते हुए अनुपम खेर समेत अन्य 13 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया है | ऐसे में अब इस फिल्म पर कानूनी संकट मंडराता हुआ नजर आ रहा है.|
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फिल्म के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट पहुंचे शिकायतकर्ता
दिल्ली स्थित फैशन डिजाइनर पुजा महाजन ने इस फिल्म और इसके ट्रेलर का विरोध करते हुए दिली हाई कोर्ट में शिकायत दर्ज की थी | लेकिन कोर्ट ने उनकी याचिका को खारिज कर दिया | जिसके बाद अब वो सुप्रीम कोर्ट में इस फिल्म के विरोध में पेटीशन फिल्म करेंगी |
आपको बता दें कि ये फिल्म संजय बारू की किताब 'द: एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर' पर आधारित है | इस फिल्म में अक्षय खन्ना और सुजैन बर्नेट ने भी काम किया है | फिल्म का निर्देशन विजय गुट्टे ने किया है |