शेयर मार्किट मे पैनी स्टॉक्स (Penny स्टॉक्स) बहुत ही कम कीमत पर खरीदी (ट्रेड) वाले शेयर होते हैं | यह शेयर आमतौर पर छोटी कंपनियों के होते हैं जिनकी पूँजी बहुत ही कम होती है, अर्थात इसकी शेयर मार्किट अधिक टर्नओवर वाली भी नहीं होती है और अधिकतर ये कम्पनियां घाटे मे चलती हैं या बहुत ही कम प्रॉफिट पर चलती हैं | ऐसे शेयरों में कंपनी के प्रमोटर या उनके प्रतिनिधि ही अधिकतर ट्रेडिंग में लगे रहते हैं | झूठी या सच्ची खबरें छपवा कर इन शेयरों के दाम बढ़ा दिए जाते हैं |
यह शेयर बहुत ही कम वॉल्यूम मे ट्रेड होते हैं इसीलिए कह सकते हैं कि इन शेयरों में लिक्विडिटी की समस्या रहती है | कम कीमत के कारण कई बार निवेशक इन में फंस जाता है मगर किसी के कहने पर ऐसे शेयरों में निवेश करना जोखिम से भरा हो सकता है | पैनी स्टॉक्स (Penny स्टॉक्स) क्योंकि बहुत कम कीमत पर मिलते हैं तो इन में निवेश करने की इच्छा निवेशकों में रहती है | कम समय मे इनकी कीमत बढ़ने की संभावना अधिक रहती है | कभी तो कोई शेयर कम समय में अधिक रिटर्न भी दे सकता है |
उदाहरण के लिए :-
यदि आप कोई शेयर आप दो रुपये में खरीदतें हैं और वह शेयर तीन रुपये का भी हो जाता है तो समझ लीजिये आपका निवेश पचास प्रतिशत बढ़ जाता है | मगर ऐसी ट्रेडिंग में जोखिम बहुत होता है | कभी कभी पैनी स्टॉक्स (Penny Stocks ) में कोई टर्नअराउंड शेयर भी मिल सकता है यानी ऐसे शेयर जो कि घाटे से लाभ की और जा रहे हैं | यदि वास्तव में आप ऐसे किसी शेयर को पहचान कर निवेश करते हैं तो यह एक अच्छा निवेश भी साबित हो सकता है |