वर्टिगो एक बीमारी का नाम है जिसका मतलब होता है सिर घूमना या चक्कर आना | वर्टिगो का मतलब अगर साधारण भाषा में कहूं तो सर चकराना होता है | कई लोग इसे आम बीमारी समझ कर अनदेखा करते है लेकिन समय से अगर इसका इलाज़ नहीं करवाया गया तो यह घातक बीमारी का रूप ले सकती है |
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अक्सर देखा गया है सिर घूमने या चक्कर आने की वजह थकान या भागदौड़ को मानकर नजरअंदाज कर देते है लेकिन ये लक्षण वर्टिगो के भी हो सकते हैं और हर उम्र के व्यक्ति इस साधारण सी बीमारी से ग्रस्त हो सकते हैं। चक्कर आने के साथ-साथ कई बार उल्टी करने का मन भी होने लगता है।
वर्टिगो के लक्षण -
- वर्टिगो होने पर आप असंतुलन का भाव महसूस करते है |
- जिसमें चलने में अस्थिरता महसूस होती है |
- जी मिचलाना और ज्यादा पसीने आने की स्थिति बन जाती है।
- इस स्थिति को ठीक होने में चार से छः दिन लग जाते हैं |
वर्टिगो का कारण –
वर्टिगो में वायरल इन्फेक्शन से हमारे इनर कान में रेस्पिरेटरी ट्रैक में इन्फेक्शन से होने वाली तकलीफ वर्टिगो कहलाती है | जो कान के अंदर भी हो सकती है और दिमाग में भी हो सकती है। इसी वजह से सर घूमने और चक्कर जैसी परेशानी होती है |
वर्टिगो कई प्रकार के होते है –
- बिनायन पैरॉक्सीस्मॉल पोजिशनल वर्टिगो (बीपीपीवी) –
- मिनियर डिसीज –