इस वर्ष नवरात्री प्रारम्भ 7अक्टूबर 2021 को है। माता रानी की मूर्ति लाने और पूजा का शुभ मुहर्त सुबह 6:-17 से लेकर शाम को 7:मिनट तक मुहूर्त है जिसे मे आप माता रानी को लाकर पूजा करके कलश स्थपना विधि विधान से पंडित जी की राय के अनुसार कलश स्थपना करे माता रानी बैठने का सही समय स्थान का ध्यान रखे। पूजा के लिये कुछ समाग्री जैसे :- हवन, अगरबत्ती, माचिस, नारियल, पान, बाती, तेल, घी, चुन्नर, फूलमाला, जवारे बोन मटट्टी घड़े, माता रानी के सोलाह श्रगार का सामान आदि।
नवरात्रि मे कलश स्थापना का बहुत विशेष महत्व दिया जाता है नवरात्री का त्यौहार नव दिनों का चलने वाला त्यौहार होता है जिसमे दुर्गा रानी की हर एक दिन पूजा आरती की जाती है और हर रोज माता रानी सामने दिया जलाये जाते है माता रानी सोलह श्रंगार करते है माता रानी नई चुन्नीरी ओढ़ाई जाती है।Loading image...
कब है नवरात्री पूजा शुभ मुहूर्त। क्या है सही कलश स्थापना विधि और सामग्री इस नवरात्री?
@setukushwaha4049 | Posted on October 5, 2021
सबसे पहले सभी माता रानी के भक्तों को नवरात्री की हार्दिक बधाई….
हर साल की तरह इस साल भी माता रानी अपने भक्तों की हर मनोकामना पूरी करने के उद्देश्य से आने वाली है| जी हाँ! इस साल का नवरात्रा 7 ओक्टोबर यानी कि कल से शुरू है| इस साल क्या खास है इस नवरात्रे में जानने के लिए दोस्तों आपको हमारा ये आर्टिकल अंत तक पढ़ना होगा| तभी आप जान पाएंगे कि इस साल नवरात्री के नौ दिन नहीं बल्कि सिर्फ आठ दिन है| जी हाँ! बिलकुल सही सुना आपने इस साल नवरात्री नौ दिन की नहीं बल्कि आठ दिन की मनाई जाएगी..
चलिए इस बात को भी जान लेंगे कि ऐसा क्यों होगा लेकिन सबसे पहले हमारी माता रानी के भक्तों को हम इस बात की जानकारी तो दे दें कि इस साल पूजन और कलश स्थापना का सही समय क्या है साथ ही हम आपको ये भी बताएँगे कि आप कलश स्थापना अगर घर में करना चाहते हैं तो इसकी विधि क्या है?
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कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त:
इस साल कलश की स्थापना का शुभ मुहूर्त सुबह 11:52 से दोपहर 12:38 तक रहेगा| इस वर्ष की नवरात्री इसलिए खास है क्योंकि इस साल नवरात्रि 8 दिनों की है, जिसका कारण है कि इस साल चतुर्थी और पंचमी तिथि एक ही दिन मनाई जा रही हैं|
कलश स्थापना के लिए सामग्री:
कलश स्थापना के लिए आवश्यक सामग्री में आपको कुछ चीज़ों को सबसे पहले एकत्रित करना होगा| जिसमें आपको चाहिए..
- 7 तरह के अनाज,
- चौड़े मुंह वाला मिट्टी का एक बर्तन जिसको घट कहा जाता है…
- पवित्र स्थान से लायी गयी मिट्टी,
- कलश यानी कि मिटटी का घड़ा, या फिर आप ताम्बे के लोटे का प्रयोग भी कर सकते हैं..
- गंगाजल,
- आम या अशोक के पत्ते,
- 11 सुपारी,
- जटा वाला नारियल,
- अक्षत (हल्दी चावल मिक्स),
- लौंग,
- हल्दी की गांठ,
- दूर्वा
- लाल वस्त्र और
- लाल फूल
ऐसे करें कलश की स्थापना:
घटस्थापना दौरान कुछ विशेष नियम होते हैं जिनका आपको पालन करना जरुरी होता है|
जैसे:
- सबसे पहले उत्तर-पूर्व दिशा को साफ कर मां की चौकी लगाएं….
- चौकी पर लाल रंग का साफ कपड़ा बिछाकर देवी मां की मूर्ति की स्थापना करें…. अगर आपके पास माता का फोटो है तो आप इसको भी रख सकते हैं…
- इसके बाद प्रथम पूज्य गणेश जी का ध्यान करें और कलश स्थापना करें….
- जिसके लिए आप एक नारियल में चुनरी लपेट दें और कलश के मुख पर मौली बांधे….
- कलश में जल भरकर उसमें एक लौंग, सुपारी, हल्दी की गांठ, दूर्वा और रुपए का सिक्का डालें….
- अब कलश में आम के पत्ते लगाकर उसके ऊपर नारियल रखें…
- इसके बाद इस कलश को दुर्गा की प्रतिमा की दायीं ओर स्थापित करें….
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और कलश स्थापना पूर्ण होने के बाद देवी का आह्वान करें और मातारानी का पूजन शुरू करें|
माता रानी का पूजन श्रद्धा भक्ति से करें माता रानी प्रसन्न होकर आपके सभी दुखों का निवारण करेगी|