कोरोना वायरस के प्रकोप को देखते हुए सब कुछ बंद हो जाता है किसी के भी पास पैसे आने का कहीं से कोई स्त्रोत नहीं होता है इन्हीं के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यह कहते देखे जाते हैं कि लोग एक दूसरे की मदद करें भूखे लोगों को खाना खिलाएं,कोई भी कंपनी अपने कर्मचारी को काम से ना निकाले उसको तनख्वाह दें. यानी सरकार ने सारा जिम्मा एक दूसरे पर छोड़ दिया . और सभी लोग नरेंद्र मोदी की इस बात को मान भी रहे हैं जो उन्होंने भाषण में कहा था.
जाहिर सी बात है कि अगर सभी लोग सरकार का कहना ऐसी मुश्किल घड़ी में मान रहे हैं और सभी लोग एक दूसरे का सहयोग कर रहे हैं तो यहां पर नरेंद्र मोदी का यह फर्ज बनता है कि वह बिजली का बिल बिल्कुल ही माफ कर दें. उन्हें हर राज्य की सरकारों को यह आदेश देना चाहिए कि कोई भी राज्य बिजली का बिल ना लें.ऐसी मुश्किल खड़ी में सरकार को ऐसा कदम उठाना बहुत जरूरी है.बिजली का बिल माफ करना इसलिए भी बहुत जरूरी है क्योंकि हर कोई बिजली का बिल भी नहीं दे सकता.इस वायरस की वजह लोग घर बैठे पहले से ही बैठे हुए हैं उनके पास पैसा आने का कहीं से भी कोई स्रोत नहीं है.घर का राशन ही चल जाए यह बहुत बड़ी बात है तो ऐसे में कोई भी बिजली का बिल नहीं दे पाएगा.
इस मुद्दे को लेकर एक मकान मालिक गुलजार से बातचीत की गई, मकान मालिक गुलजार ने बताया कि हमने नरेंद्र मोदी की बात मानते हुए अपने किराएदार का किराया बिल्कुल ही माफ कर दिया है. मगर समस्या तब आ रही है जब बिजली का बिल हमें देना होगा.बिजली का बिल भी इन दिनों में बहुत ज्यादा आएगा. क्योंकि सभी लोग घर पर बैठे रहते हैं और कुल्लर टीवी फ्रिज पंखा इन सभी चीजों का इस्तेमाल 24 घंटे होता रहता है.गुलजार का कहना है कि अगर सभी लोग मिलजुल कर सहयोग कर रहे हैं तो सरकार को भी चाहिए कि बिजली का बिल बिल्कुल ही माफ कर दें. ना तो हम बिजली का बिल देने में सक्षम हैं और ना ही किराएदार....
तालियां थालियां, बर्तन पीटने वाले और दिया जलाने वालों को अब एक साथ फिर से खड़े होने की जरूरत है जब सभी लोग मोदी के कहने पर तालियां थालियां बर्तन पीट सकते हैं दीया जला सकते हैं..तो सभी लोगों को मिलकर मोदी जी से यह अपील करनी चाहिए कि वह बिजली का बिल बिल्कुल माफ कर दें. सभी लोगों को खड़े होकर एक साथ बिजली का बिल माफ करने के लिए एक मुहिम चलाने की जरुरत है. ताकि ऐसी मुश्किल घड़ी में बिजली का बिल बिल्कुल भी ना लिया जाए.