पिछले पांच सालो से मोदीजी देश के प्रधानमंत्री है और उनके इस कार्यकाल में जो भी हुआ उस के इफेक्ट्स अब देखने को मिल रहे है। देश में बेरोजगारी पिछले पांच साल के चरम पर है और हाल अभी और भी ख़राब होना है क्यूंकि विकास दर भी कम हो रहा है। अपने प्रथम कार्यकाल में सरकार इस मोर्चे पर बिलकुल नाकाम रही है और अब इन हालत से निपटने के लिए दो कमेटियां बनाई गई है की जिसकी मदद से इस स्थिति पर काबू पाया जा सके।

सौजन्य: लोकमत
इनमे प्रथम कमेटी है केबिनेट कमेटी ऑन एम्प्लॉयमेंट एंड स्किल डेवलपमेंट जब की दूसरी कमेटी है केबिनेट कमेटी ऑन इन्वेस्टमेंट एंड ग्रोथ।प्रथम कमेटी बेरोजगारी की समस्या से निपटने और नए विकल्प की खोज के लिए बनाई गई है जीस में दस सदस्य होंगे। इन सदस्यों में वित्त मंत्री, गृह मंत्री, रेल और वाणिज्य मंत्री एवं कृषि और ग्रामीण विकास मंत्री होंगे।
दूसरी कमेटी अर्थतंत्र में सुधार और विकास के लिए बनाई गई है जिस में गृह मंत्री, वित्त मंत्री, और सड़क एवं परिवहन मंत्री भी शामिल होंगे और कुल मिलाकर पांच सदस्य होंगे। इन दोनों कमेटी की अगुवाई प्रधानमंत्री खुद करेंगे। वैसे ऐसी कमेटिया कुछ खास कर नहीं सकती जब तक की अर्थव्यवस्था में कुछ ख़ास बदलाव न लाया जा सके।