ब्रज की होली के बारें में तो लगभग सारी दुनिया ही जानती है , और अगर होली जैसे पर्व पर नाच गाना हसी ठिठोली ना हो तो यह पर्व अधूरा लगता है लेकिन यहाँ की एक और ख़ास बात और यह है की यहाँ पर एक मूर्खानंद विश्वविद्यालय है जो होली की हास्य परम्परों का अनोखा और अचंभित उदाहरण माना जाता है।
(courtesy-Patrika)
अब आप सोच रहे होंगे कि यह कैसा नाम है, ( मूर्खानंद विश्वविद्यालय ) क्या सच में किसी विश्विद्यालय का नाम ऐसा भी हो सकता है , लेकिन सोचने वाली बात है जिसका नाम इतना आश्चर्यजनक हो उसकी खासियतें भी उतनी ज्यादा ही होगी | यह विश्विद्यालय आगरा शहर में है, और इसकी खासियत है की यहाँ पर होली से पहले विश्वविद्यालय का दीक्षांत समारोह में कुछ नामचीन हस्तियों को 'महामूर्ख' की उपाधि से नवाज़ा जाता है।
मूर्खानंद विश्वविद्यालय पूरे आगरा शहर में अपनी इसी बात के लिए बड़ा मशहूर है , और इस पूरे मामले पर
मूर्खानंद विश्वविद्यालय' के कुलसचिव राज बहादुर सिंह राज ने बताया कि साल 1987 में पहली बार गंगादेवी विद्या मंदिर में महामूर्ख सम्मेलन का आयोजन किया गया था और उसके बाद होली पर इसका आयोजन सेंट एंड्रूज सीनियर सेकेंडरी स्कूल में होने लगा और अब होली से पूर्व हर वर्ष महामूर्ख की उपाधि से नवाज़ा जाता है | इस कार्यक्रम का मुख्य उदेश्य होली में हास्य रंग भरना होता है |