फिल्म ठाकरे के बेहतरीन डायलॉग कौन से हैं...

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| Updated on April 24, 2023 | Entertainment

फिल्म ठाकरे के बेहतरीन डायलॉग कौन से हैं ?

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@shyamakashyapa1923 | Posted on January 28, 2019

मुझे ऐसा लगता है कि फिल्म ठाकरे के बारें के न तो कुछ बताने की जरूरत है, और न ही कुछ पूछने की क्योंकि इस फिल्म के ट्रेलर ने मानो पूरी फिल्म के बारें में सब कुछ कह दिया हो | इस फिल्म में बाल केशव ठाकरे के जीवन के बारें में बताया गया है और साथ ही शिव सेना के निर्माण की कहानी दी गई है |


यह फिल्म दर्शकों को काफी पसंद आ रही है | इस फिल्म को और ज्यादा दमदार बनाया है इस फिल्म के डायलॉग ने | आइये देखते हैं इस फिल्म के कुछ प्रसिद्द डायलॉग -

Article image (Courtesy : overseasnews.in )

1 - अरे भीख मांगने से अच्छा है, गुंडा बनकर अपना हक छीनना | (ठाकरे )

2 - मैं जब भी कहता हूं कि जय हिंद जय महाराष्ट्र तो जय हिंद पहले कहता हूं, जय महाराष्ट्र बाद में। क्योंकि मेरे लिए मेरा देश पहले है, राज्य बाद में | (ठाकरे )

3 - मैं सही हूं या गलत? इसका फैसला आप नहीं, देश की जनता करेगी, क्योंकि सबसे ऊपर मैं एक ही अदालत को मानता हूं और वो है जनता की अदालत (ठाकरे )

4 - मैं अगर अकेला भी रह गया न तो लाखों लोगों को इकट्ठा करने की ताकत आई (मां) जगदंबा ने मुझे दी है | (ठाकरे )

5 - मेरा विचार बनकर लाखों लोगों के खून में बहेगा और उस खून के हर कतरे में ज़िंदा रहेगा ये बाल केशव ठाकरे। (ठाकरे )

Article image (Courtesy : GreenPoone )

फिल्म में एक बहस के समय के डायलॉग बहुत ही बेहतरीन रहे -

वकील - आपके कहने पर आपके लोगों ने बावरी मस्जिद को तोड़ दिया।
ठाकरे - वहां तो राम मंदिर था
वकील - आपको कैसे पता कि राम लल्ला वहीं पर पैदा हुए थे?
ठाकरे - नहीं तो पाकिस्तान में पैदा हुए थे क्या?
ये फिल्म के कुछ बेहतरीन डायलॉग हैं |

Article image (Courtesy : GreenPoone )

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@krishnapatel8792 | Posted on April 23, 2023

फिल्म ठाकरे ने रिलीज होते ही लोगों के दिल में अपनी जगह बना ली आज हम आपको फिल्म ठाकरे के कुछ बेहतरीन डायलॉग बताएंगे।

(1) मेरे विचार बनकर लाखों लोगों के खून में बहेगा

और उस खून के हर कतरे में जिंदा रहेगा यह बाल केशव ठाकरे।

(2) मैं सही हूं या गलत? इसका फैसला आप नहीं,

देश की जनता करेगी, क्योंकि मैं सबसे ऊपर एक ही अदालत को मानता हूं और वो है जनता की अदालत।

(3) अरे भीख मांगने से अच्छा है गुंडा बनकर अपना हक छीनना।

इस प्रकार ठाकरे ने एक से बढ़कर एक डायलॉग लिखे हैं।

Letsdiskuss

और पढ़े- राजकुमार जी के सबसे मशहूर डायलॉग कौन से है?

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