होयसलेश्वर मंदिर मे दिल्ली सल्तनत की मुस्लिम सेनाओं द्वारा लूट गया और मंदिर को नष्ट करने की कोशिश की और खंडहर करकें मंदिर को छोड़ दिया गया। उसके बाद होयसलेश्वर मंदिर का नाम बदलकर हेलेबिदु रख दिया गया।
इस मंदिर के निर्माण का श्रेय राजवंश के पूर्व राजा, राजा विष्णुवर्धन होयसलेश्वर को जाता है, यह भी कहा जाता है कि राजा के एक मंत्री केतमाला का इस मंदिर के निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान दिया गया है। इस मंदिर को किसने बनवाया, इसके बारे में लोगो को इसलिए भ्रम है क्योंकि, होयसला के अन्य स्मारकों की तुलना मे इस मंदिर के डिजाइन में उतने गहरे शिलालेख नहीं बने थे।
होयसलेश्वर मंदिर सप्ताह के सातों दिन खुला रहता है,प्रतिदिन सुबह 6.30 बजे से रात 9 बजे के बीच खुला रहता है, मंदिर के अंदर जाने के लिए कोई प्रवेश शुल्क नहीं लगती है।Loading image...
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