| पोस्ट किया
भगवान श्री कृष्ण जी ने गीता में बताया है कि यदि किसी व्यक्ति का जन्म हुआ है तो उसकी मृत्यु तो निश्चित ही होगी। क्योंकि जन्म और मृत्यु एक दूसरे के पूरक हैं। लेकिन मैं वेद और पुराणों में पढ़ा है कि जब किसी व्यक्ति की मृत्यु होती है तो उसके शरीर में दर्द होता है लेकिन ऐसा क्यों होता है चलिए इसके पीछे का कारण जानने की कोशिश करते हैं। मैंने पुराण में पढ़ा है कि जब किसी व्यक्ति की मृत्यु होती है तो उसके शरीर में दर्द इसलिए होता है क्योंकि वह व्यक्ति पापी होता है और भगवान पापी व्यक्ति को मृत्यु के समय ही सजा देने लगते हैं इसी वजह से पापी लोगों को ही मृत्यु के समय दर्द होता है और जो लोग अच्छे कर्म करते हैं उन्हें मृत्यु के समय दर्द नहीं होता है इसलिए कहते हैं हमेशा धर्म का साथ देना चाहिए कभी भी अधर्म का साथ नहीं देना चाहिए।
0 टिप्पणी
| पोस्ट किया
अक्सर हमें वेदों और पुराणों में पढ़ने को मिलता है की मौत के समय इतना भयानक दर्द क्यों होता है तो चलिए हम आपको बताते हैं कि यह दर्द किन लोगों को मिलता है अक्सर यह दर्द पापी लोगों को अधिक मिलता है क्योंकि जो व्यक्ति पाप करता है भगवान उसे मौत के समय उसका दंड देता है इसलिए कहते हैं कि यदि आपको इस दर्द से मुक्ति पाना है तो लोगों के साथ अच्छा व्यवहार रखें कभी भी किसी के बारे में बुरा ना सोचे किसी का बुरा ना करें हमेशा सभी के साथ अच्छा व्यवहार रखें।
0 टिप्पणी
| पोस्ट किया
भगवान श्री कृष्ण जी ने गीता में बताया है कि यदि किसी व्यक्ति का जन्म हुआ है तो उसकी मृत्यु तो निश्चित ही होगी। क्योंकि जन्म और मृत्यु एक दूसरे के पूरक हैं। लेकिन मैंने वेद और पुराणों में पढ़ा है कि जब किसी व्यक्ति की मृत्यु होती है तो उसके शरीर में दर्द होता है लेकिन ऐसा क्यों होता है चलिए इसके पीछे का कारण जानने की कोशिश करते हैं। अक्सर यह दर्द पापी लोगों को अधिक मिलता है क्योंकि जो व्यक्ति पाप करता है और भगवान पापी व्यक्ति को मृत्यु के समय ही सजा देने लगते हैं इसी वजह से पापी लोगों को ही मृत्यु के समय दर्द होता है और जो लोग अच्छे कर्म करते हैं उन्हें मृत्यु के समय दर्द नहीं होता है इसलिए कहते हैं लोगों के साथ अच्छा व्यवहार रखें कभी भी किसी के बारे में बुरा ना सोचे किसी का बुरा ना करें हमेशा सभी के साथ अच्छा व्यवहार रखें। हमेशा धर्म का साथ देना चाहिए कभी भी अधर्म का साथ नहीं देना चाहिए।
0 टिप्पणी
| पोस्ट किया
भगवान श्री कृष्ण ने गीता के अनुसार बताया है कि जिसका जन्म हुआ है उसकी मृत्यु होनी निश्चित ही होती है कब कहां और कैसे होती है यह किसी को नहीं पता रहता मृत्यु के समय भयानक दर्द उन लोगों को होता है जो लोग पापी होते हैं जो दूसरों को नहीं समझते दूसरों के साथ बुरा व्यहार करते हैं उन लोगों को मृत्यु के समय भयंकर दर्द होता है जो व्यक्ति अच्छे होते हैं दूसरों के साथ अच्छा बर्ताव करते हैं उनको कोई दर्द नहीं होता है मृत्यु के समय जैसे ही यमराज के दूत व्यक्ति के पास आते है और उसके प्राण निकलने लगते हैं उसे दौरान व्यक्ति को 100 बिच्छू के डंक मारने जितना दर्द होता है साथ ही व्यक्ति का मुंह सूखने लगता है और उसकी लार आने लगती है जब यह आती है तो शरीर में वायु का दाब ज्यादा होने लगता है इस समय मस्तिक में भयंकर दर्द और पीड़ा होने लगती है उस भयंकर पीड़ा में मस्तिक की सभी स्मृति एक साथ दिखती है और खत्म हो जाती हैं
0 टिप्पणी