भारत में सिनेमा का इतिहास बहुत ही पुराना है और हमेशा से बाकी सभी सिनेमा को टक्कर देने लायक माना गया है | भारतीय सिनेमा ने हमेशा से ही कई उतार चढ़ाव देखे है और खुद को हमेशा सबसे आगे ही पाया है और समय समय पर भारतीय सिनेमा ने खुद में बदलाव करते रहे है जैसे :- शाहरुख खान की फिल्म "रावन" में कुछ ख़ास तकनीकों का उपयोग किया गया था जिसने दर्शको को खूब लुभाया और ऋतिक रोशन की फिल्म "कोई मिल गया" को अलग अलग भाग में दर्शाया गया और फिर "कृष" और "कृष 3 " बनाई गयी |

हाँ अगर हम बॉलीवुड की बात करे तो आपको बता देना चाहते है की ऐसा बिलकुल भी नहीं है बॉलीवुड कचरा है, क्योंकि बॉलीवुड अब अपने देश तक सीमित नहीं रहा है| अब यहाँ के अभिनेता और अभिनेत्री हॉलीवुड तक जा कर काम कर रहे है जिसकी सही मिसाल है प्रियंका चोपड़ा, और दीपिका पादुकोण| ऐसा इसलिए संभव हो पाया है क्योंकि उन अभिनेताओं ने बॉलीवुड में अपनी प्रतिभाओ को बखूबी दिखाया है और दिन प्रतिदिन खुद को निखारा ही है |
ऐसा नहीं है की कोई भी चीज़ हमेशा बिलकुल ठीक ही हो, इसलिए बॉलीवुड में भी कुछ ऐसी खामिया है जो बॉलीवुड को एक गलत नज़रिये से देखने पर मज़बूर करती है लेकिन कुछ छोटी छोटी कमियों की वजह से पुरे बॉलीवुड को कचरा कहना बिलकुल गलत होगा |