भाजपा का सपना है की पुरे देश में सिर्फ उसीकी सरकार हो चाहे वो केंद्र सरकार हो या राज्य सरकार।वर्तमान समय में कुछ राज्यों में जो सरकार है वो अन्य डालो की है जिस में सबसे ऊपर है पश्चिम बंगाल। अमित शाह और मोदीजी की वैसे भी ममता बनर्जी से बनती नहीं है और इसी लिए अभी के चुनाव में भाजपा यदि चोटी का जोर लगा रही है की उसे इस राज्य में सबसे ज्यादा सीट मिले।
सौजन्य: लोकमत न्यूज़
इस मौके पर यह चर्चा है की क्या बंगाल में भाजपा का आना जरूरी है? वैसे यह कोई सवाल ही नहीं क्यूंकि एक राष्ट्रीय पार्टी के लिए जरूरी है की हर राज्य में उस की मौजूदगी होनी चाहिए पर यह एक ऐसी पार्टी है की जिसकी मौजूदगी प्रांत के लिए भी सही नहीं कही जा सकती। वैसे बंगाल के आम आदमी को कोई फर्क नहीं पड़ता की भाजपा वहां पर है की नहीं क्यूंकि उस की गैरमौजूदगी में भी कोई काम रुका नहीं है। ज्योति बासु के शासन से ममता बनर्जी के शासन तक इस राज्य ने काफी विकास किया है और इसी लिए अगर बंगाल में भाजपा ना भी हो तो कोई फर्क नहीं पड़ता। सत्ता के मोह में इस पार्टी के चाहनेवाले जरूर यह चाहेंगे की भाजपा को बंगाल में आने की जरुरत है पर अगर वास्तविकता देखी जाये तो यह बिलकुल जरूरी नही है।