मुझे लगता है यह सवाल एक बड़ी बहस का मुद्दा है | वैसे भी जब से ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर शेन वार्न ने अपने बयान में कहा हैकी विश्व कप के दौरान एमएस धोनी के अनुभव की जरुरत जरूर पड़ेगी, यहाँ तक की उन्हें यह भी लगता है की विराट कोहली की प्रतिभा अकेले विश्व कप 2019 के जरिए भारत को जीत दिलवाने के लिए काफी नहीं है |
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विश्व कप 2019 इस बार इंग्लैंड के वेल्स में होने जा रहा है, और भारत पहले से ही सामने वाली टीम को कड़ी टक्कर देने के लिए पूरी तैयारियों में जुटा पड़ा है । सभी भारतीय, विराट के प्रदर्शन को लेकर उतने ही उत्साहित हैं जितना कि धोनी की अनुपस्थिति के बारे में।
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वैसे इस बात में कोई शक नहीं है धोनी के मार्गदर्शन और अनुभव के साथ संयुक्त विराट के खेल से बेहतर कुछ नहीं हो सकता है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि भारत उम्मीद खो देगा और धोनी के बिना टीम जीवित नहीं रह सकती है। विराट के पास उनका समर्थन करने के लिए कई अन्य खिलाड़ी भी मौजूद हैं।
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जाहिर सी बात है, धोनी की तुलना किसी से भी नहीं की जा सकती वह खुद में किसी सुपर पावर से कम नहीं हैं, लेकिन इस बात पर ध्यान देने के बजाय हम यह सोचना होगा कि मौजूदा स्थिति में हमें क्या करना चाहिए |
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विराट कोहली ने खुद को एक बार फिर एक महान कप्तान और खिलाड़ी के रूप में साबित किया है। इसमें कोई संदेह नहीं है कि वह अभी दुनिया के सर्वश्रेष्ठ क्रिकेट खिलाड़ियों में से एक है। एकमात्र समय जब विराट को वास्तव में धोनी की मदद की आवश्यकता होगी, तो ऐसा उन पर दबाव के कारण ही होगा । अन्यथा, विराट एक तेज तर्रार कप्तान हैं और उनके पास पहले से ही काफी अनुभव है |