संतान सप्तमी की पूजा भादो मास के शुक्ल पक्ष में की जाती है। यह पूजा भगवान शिव और माता पार्वती की होती है। जिसमें महिलाएं संतान सुख की प्राप्ति, उनकी कुशलता के लिए व्रत करती हैं।
पूजन करने की विधि :- सबसे पहले जो महिला संतान सप्तमी का व्रत रखती है मुझे प्रातः उठकर स्नान करना चाहिए और भगवान शिव माता पार्वती की आराधना करनी चाहिए। इसमें पूजन के लिए गुड़ की सात मीठी पूड़ी बनाई जाती है फल फूल खीरा आदि भगवान को भोग लगाया जाता है इसमें चांदी की अंगूठी या कड़े को भी रखा जाता है। जिसका पूजन करके महिलाएं अपने हाथों में पहनती हैं ऐसा कहा जाता है कि उस संतान सप्तमी का पूजा हुआ चूड़ा पहनने से उसके संतान की हमेशा रक्षा होती हैLoading image...।
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