Preetipatelpreetipatel1050@gmail.com | पोस्ट किया |
Occupation | पोस्ट किया
काली मिर्च की तासीर गर्म होती है। ज़रूरत से ज्यादा काली मिर्च का सेवन किया जाये तो बहुत सी समस्याए उत्पन्न हो जाती है।प्रेग्नेंट महिलाओ को काली मिर्च का सेवन सीमित मात्रा मे करना चाहिए क्योंकि ज़रूरत ज्यादा काली मिर्च की तासीर का सेवन करने से उनको बहुत सी समस्याये हो सकती है, मूत्रमार्ग मे जलन आदि।
जरूरत से ज्यादा काली मिर्च का सेवन करने से सांस लेने मे दिक्कत हो सकती है,अधिक काली खाने से रेस्पिरेटरी की परेशानी उत्पन्न होती है जिस वजह से ऑक्सीजन लेवल फ्लो होने लगता है और सांस लेने मे दिक्कत होने लगती है।
0 टिप्पणी
| पोस्ट किया
काली मिर्च का तासीर अत्यधिक गर्म होता है इसलिए पित्त प्रकृति वाले लोगों का काली मिर्च का सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि इसके सेवन से शरीर में अग्नि की मात्रा बढ़ जाती है और पूरा शरीर गर्म हो जाता है जिसके कारण स्वस्थ को कई सारी समस्याएं हो सकती हैं।
अगर आप प्रेग्नेंट है तो गर्म तासीर वाली चीजों का सेवन ना करें और जो महिलाएं बच्चों को दूध पिलाती है उन्हें भी काली मिर्च का सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि इसके सेवन से बच्चे को नुकसान पहुंचता है।
काली मिर्च के ज्यादा सेवन से त्वचा को भी नुकसान होता है क्योंकि इसका तासीर गर्म होता है और त्वचा में जलन होने लगती है और काली मिर्च के सेवन से चेहरे में कील और मुंहासे भी निकलने लगते हैं।
0 टिप्पणी
| पोस्ट किया
काली मिर्च की तासीर गर्म होती है। इसीलिए कहा जाता है कि जिन व्यक्तियों को पित्त प्रकृति वाले रोगों की लोगों मे समस्या होती है तो उन लोगों को काली मिर्च नहीं खाना चाहिए। क्योंकि इसका सेवन करने से शरीर में अग्नि की मात्रा बढ़ती है और स्वास्थ्य को कई तरह की समस्याएं होती है। अगर जिन व्यक्तियों के पेट में अल्सर जैसी समस्याएं होती है तो उन्हें काली मिर्च का सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि रोगियों को परेशानी हो सकती है काली मिर्च खाने से पेट में अल्सर भी और ज्यादा बढ़ सकते हैं जिसके कारण जलन भी हो सकती है। और ज्यादातर काली मिर्च का सेवन करने से सांस की समस्या भी बढ़ती है क्योंकि ज्यादा काली मिर्च में रेस्पिरेट्री जैसे समस्याएं बढ़ सकती है और ऑक्सीजन लेने में हमें काफी ज्यादा दिक्कत होती है.।
0 टिप्पणी