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जैसे कि आप सभी जानते हैं कि भगवान श्री कृष्ण के द्वारा ही पूरे विश्व को श्री भागवत गीता का ज्ञान प्राप्त हुआ है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि भगवान श्री कृष्ण जी के कितने नाम हैं हम आपको बता दें कि भगवान श्री कृष्ण के 108 नाम है जो कि यहां पर हम आपको बताएंगे।
1 अचला : भगवान
2 आदि देव : देवताओं के स्वामी
3 आदित्य: देवी आदित्य के पुत्र
4 अमृत : अमृत जैसा स्वरूप वाला
5 आनंद सागर : कृपा करने वाले
6 अनया : जिनका कोई स्वामी ना हो।
इस प्रकार भगवान श्री कृष्ण जी के अनेकों नाम है।
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दुनिया को गीता का ज्ञान देने वाले भगवान श्रीकृष्ण को युग पुरुष कहा जाता है। हिन्दू धर्म के अनुसार हर युग में भगवान कृष्ण की शिक्षाएं हमारे लिए ज्ञान का स्त्रोत हैं, और जो व्यक्ति साफ़ और सच्चे मन से इन्हें समझता और जीवन में पालन करता है उसे परम धर्म का आभाष होता है।
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इतना ही नहीं बल्कि भगवान कृष्ण ने महाभारत के युद्ध में अहम भूमिका निभाते हुए विश्व को “श्रीमद्भागवत गीता” का उपदेश प्रदान किया। भौतिक सुखों की प्राप्ति के लिए कृष्ण जी के कई नामों का जाप किया जाता है जिनमें से 108 नाम निम्न हैं |
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1 अचला : भगवान।
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क्या आपको मालूम है कि भगवान श्री कृष्ण जी के कितने नाम है यदि आपको मालूम है तो बहुत ही अच्छी बात है और यदि आप नहीं जानते हैं कि भगवान श्री कृष्ण जी के कितने नाम है तो कोई बात नहीं आज हम आपकी सहायता करेंगे भगवान कृष्ण जी के नाम बताने में। मैं आपको बता दूं कि भगवान श्री कृष्ण जी के 108 नाम है और ऐसी मान्यता है कि यदि जन्माष्टमी के दिन कोई भक्त सच्चे मन से भगवान श्री कृष्ण जी के 108 नाम का जाप करता है तो उसकी सभी मुरादे पूरी होती है। तो चलिए जानते हैं भगवान श्री कृष्ण जी के 108 नाम कि आखिर वह कौन से 108 नाम है।
भगवान श्री कृष्ण को किन-किन नाम से पुकारा जाता है यहां पर हम बताएंगे:-
कृष्णा, कमलनाथ,वासुदेव,हरि, पुण्य,कन्हैया, सनातन, वासुदेव,गविंद,आनंद,योगी, अचला, अमृत, अनया, आनंद सागर,आदि देव, आदि कई नाम से पुकारा जाता है।
मैं आपकी जानकारी के लिए बता दूं कि श्री हरि विष्णु जी का अवतार ही भगवान श्री कृष्ण जी हैं जिन्होंने माता देवकी के कोख से जन्म लिया है और भगवान श्री कृष्ण जी का जन्म मथुरा में हुआ था। इनके पिता का नाम नन्द बाबा था। भगवान श्री कृष्ण जी का जन्म लेने का मुख्य उद्देश्य था कंस को मारना क्योंकि मथुरा का राजा कंस अपने लोगों के साथ बहुत ही ज्यादा अत्याचार करता था। जिस वजह से भगवान श्री कृष्ण जी को पृथ्वी पर जन्म लेना पड़ा। और कंस को मारने के बाद भगवान श्री कृष्ण जी मथुरा के राजा बन जाते हैं। भगवान श्री कृष्ण जी की बचपन की लीलाएं बहुत सी थी हमेशा वनों में गाय को चारा खिलाने के लिए ले जाते थे, ग्वालो के साथ खेलते थे, गोपियों के साथ रासलीला करते थे। इस प्रकार भगवान श्री कृष्ण जी पूरे बृजवासी के प्रिय थे।
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