Marketing Manager | पोस्ट किया | ज्योतिष
भारतीय ज्योतिष शास्त्र में भविष्य जानने का अलग-अलग तरीका माना गया है| भारत में लगभग 150 से ज्यादा ज्योतिष विद्या है जिससे भविष्य जाना जाता है| प्रत्येक विद्या भविष्य बताने में सक्षम है| फिर भी मन में हमेशा सवाल उठता है कि आखिर किस विद्या से हम अपना भविष्य सही जान सकते हैं? तो आज हम आपको ऐसी ही कुछ ज्योतिष विद्या के बारे में बताते हैं|
कुंडली ज्योतिष:-
कुंडली ज्योतिष कुंडली पर आधारित विद्या है| यह तीन भागों में होती है- सिद्धांत ज्योतिष, संहिता ज्योतिष और होरा शास्त्र| कुंडली ज्योतिष के अनुसार व्यक्ति के जन्म के समय में आकाश में जो ग्रह, तारा या नक्षत्र जिस स्थान पर होते हैं उसके आधार पर कुंडली बनाई जाती है| 12 राशियों पर आधारित नौ ग्रह और 27 नक्षत्रों का अध्ययन कर के जन्म लेने वाले का भविष्य बताया जाता है|
(इमेज - गूगल)
लाल किताब की विद्या:-
यह विद्या मुख्य रूप से उत्तरांचल, हिमाचल और कश्मीर क्षेत्र की विद्या है| इसे ज्योतिष का “व्यावहारिक ज्ञान” माना जाता है| यह विद्या बहुत कठिन होती है, इस विद्या से अच्छे जानकार बगैर कुंडली देखे ही समस्या का सही समाधान बता देते हैं| उक्त विद्या के सिद्धांत को इकठ्ठा कर इस पर एक पुस्तक प्रकाशित की थी जिसका नाम था “लाल किताब के फरमान”
गणितीय ज्योतिष:-
इस विद्या को अंक विद्या भी कहा जाता है| इसके अंतर्गत प्रत्येक ग्रह, नक्षत्र, राशि सभी चीज़ें अंक पर निर्धारित होती है| फिर जन्म तारीख, वर्ष आदि के जोड़ ने के बाद जातक का भविष्यफल और अंक निकाला जाता है|
नंदी नाड़ी ज्योतिष:-
यह मूल रूप से दक्षिण भारत में प्रचलित विद्या है, इसमें ताड़पत्र के द्वारा भविष्य जाना जाता है| मान्यता है कि इस विद्या के जन्मदाता भगवान शंकर के गण नंदी हैं| इस कारण इस विद्या इसे नंदी नाड़ी ज्योतिष विद्या कहते हैं|
हस्तरेखा ज्योतिष:-
हाथों की आड़ी-तिरछी और सीधी रेखाओं के अलावा, हाथों में कई चक्र, द्वीप, क्रास होते हैं| जिनका अध्यन आपका भूत और भविष्य बता सकता है|
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BLOGGER | पोस्ट किया
हम आपको बताना चाहते हैं कि ऐसे कौन से तरीके हैं जिससे आप अपना भविष्य जान सकते हो। हो सकता है कि उनमें से कुछ तरीके आप जानते हों लेकिन उसकी गहराई में कभी नहीं गए हों? आओ जानते हैं भविष्य में झांकने के 10 तरीके। अंत में बताएंगे हम आपको सबसे सटीक, सरल और सही तरीका।
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