CBI की जांच के मामले में ममता बनर्जी का दखल देना सही नहीं है | ये सब राजनीती का एक दांव
है जो चुनाव में कई सारी परेशानियां लाने के लिए खेला गया है | मुझे ऐसा लगता है ऐसा कर के ममता बनर्जी खुद अपने लिए और साथ ही अपनी पार्टी के लिए कांटे बो रही है |
बिलकुल नहीं, CBI की जांच में ममता बनर्जी को क्या किसी को भी दख़ल नहीं देना चाहिए | अगर CBI पुलिस कमिशनर राजीवकुमार को 2013 के शारदा चिट फंड मामले में पूछताछ करना चाहती है तो सभी को CBI का साथ देना चाहिए | अगर इस बात पर ममता बनर्जी धरना देकर बैठ गई हैं तो इसका साफ़ मतलब यह है कि वह देश का भला नहीं चाहतीं हैं |
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Ceo Digital zee | पोस्ट किया
ममता बनर्जी दूसरी अरविन्द केजरीवाल है मोदी जी का कुछ नहीं कर सकती