निर्विवाद रूप से, बहुत सारे उतार चढ़ाव हैं जो मोदी सरकार के चार साल से अधिक समय में किये गए प्रदर्शन को चिह्नित करते हैं | यदि आप मुझसे पूछते हैं, तो मेरे लिए नरेंद्र मोदी को देश के स्वास्थ्य के लिए "अच्छा" प्रधान मंत्री कहना मुश्किल होगा। यहां तक कि यदि वह अगले लोकसभा चुनावों में सत्ता में आ भी गए, तो यह इस कारण नहीं होगा की उनकी उपलब्धियाँ विशेष या अच्छी हैं परन्तु यह इस कारण होगा कि उनका विपक्ष निर्बल है |
कृपया मेरी असहमति को ये न समझे कि मोदी सरकार ने जो टुकड़ो में उपलब्धियाँ पाई हैं मैं उन्हें नज़रनाज़ कर रहा हूँ, केवल उनकी उपेक्षा के लिए | चूंकि यह उनके जन्मदिन का अवसर है, चलिए उनके कुछ सकारात्मक कार्यों की गिनती शुरू करते हैं:
• प्रीमियम शुल्कों पर कच्चे तेल की समय पर वितरण के लिए सऊदी अरब को आश्वस्त किया।
• बुलेट ट्रेनों में सहायता के लिए जापान से 10 मिलियन करोड़ का निवेश लाये |
• मोदी 28 साल बाद ऑस्ट्रेलिया आने वाले पहले प्रधान मंत्री हैं। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया को यूरेनियम के लिए आश्वस्त किया, जो बिजली उत्पादन में मदद करेगा।
• भारत-चीन सीमा के आसपास सड़कों का निर्माण
• सऊदी अरब के राजा के साथ मैत्रीपूर्ण संबंधों के परिणामस्वरूप यमन से 4000 से अधिक इंजन लाए।
• Insolvency और Bankruptcy Code (IBC)
• ग्रामीण विद्युतीकरण
• पूरे देश में सड़क निर्माण
• गरीबों के लिए LPG सिलेंडरों के लिए जन धन योजना और डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) योजना।
हालांकि, ये उपलब्धियां असंख्य असफलताओं के अंतराल को भर रही हैं जो लोकप्रिय रूप से "गलत अपराध के वर्षों" के रूप में बुलाए जा रहे हैं।
आलोचकों के मुताबिक, नरेंद्र मोदी ने एक तेज मोड़ लिया और अपना ध्यान ग्रामीण इलाको के निवासियों और गरीबो के सुधार आकर्षित किया परन्तु तब, जब राहुल गांधी ने उन्हें "सूट बूट की सरकार" कहकर ताने मरना शुरू किया | राहुल ने ऐसा उनके महंगे सूट पर टिप्पणी करते हुए कहा (जो कि जल्द ही कुर्ता-पायजामा और खादी जैकेट में बदल गया) और उनके शासन के प्रारंभिक वर्षों में उनके समर्थक पूंजीवादी और व्यापार-अनुकूल आर्थिक नीतियां भी |
अच्छा है कि कम से कम वह शुरुआत में अनदेखे किये जाने वाले लोगों के लिए बदल गए | वैसे भी, मोदी सरकार की असफलताओं की सूची उनकी उपलब्धियों की सूची से कहीं अधिक है। उदाहरण के लिए उन्होंने किसानों की खराब स्थिति और सामजिक असफलताओ में वृद्धी की, नौकरियों का सृजन भी एक बढ़ा उदाहरण है परन्तु लोग उसके बारे में बात नहीं करते | बुलेट ट्रेन जिसे मैंने उपरोक्त उपलब्धियों में भी गिना है, वर्तमान में कहीं नहीं देखी जा सकती |
मोदी सरकार की मुख्या विफलताएं : -
• भारत का रक्षा बजट एक बड़ी समस्या है, क्योंकि यह दो-मोर्चे के युद्ध के लिए देश की जरूरत और तैयारी के साथ तालमेल रखने में असमर्थ है।
• वित्त में हम मोदी और उनकी सरकार की सबसे बढ़ी असफलताओ को देख सकते है जिसमे GST और नोटबंदी की पीड़ित स्थिति प्रमुख है |
• मेक इन इंडिया स्कीम, जो बिलकुल ही अनिश्चित है |
• मोदी सरकार फ्रांसीसी डेसॉल्ट प्रौद्योगिकी की मदद से भारत में लड़ाकू हवाई-शिल्प के उत्पादन शुरू करने में असमर्थ रही |
• दीर्घकालिक पूंजीगत लाभ कर (जो म्यूचुअल फंड में धीमा हो गया है)।
• केंद्रीय उत्पाद शुल्क (पेट्रोल पर 200% से अधिक और डीजल पर 400% से अधिक) तेल की तुलना में महंगा किया गया, और अन्यायपूर्ण संवर्धन में इस क्रूर अभ्यास के माध्यम से 10 लाख करोड़ रुपये से अधिक का संग्रह किया गया |
• नौकरियों की कमी और "मुद्रा ऋण" की विफलता
• कश्मीर में परिचालन में हमारी ताकतों और नागरिकों की मौत से असफल बीजेपी-पीडीपी गठबंधन और शहीदों की सबसे ज्यादा संख्या में मृत्यु |