Working with holistic nutrition.. | पोस्ट किया |
Content Writer | पोस्ट किया
0 टिप्पणी
Content Writer | पोस्ट किया
सही कहा ,अगर संगीन गुनाह साबित हो जाता है तो सजा के तोर पर मौत ही दी जाए | क्यों ऐसे लोगो से लिए जेल भरना है,और इन मुजरिमो पर होने वाला खर्चा सरकार जनता से वसूल करती है | महंगाई बढ़ा कर वो सब जनता से वसूल किया जाता है | इसलिए संगीन जुर्म के लिए सिवा मौत के और कोई सजा बेहतर नहीं |
जुर्म अगर रेप जैसा हो फिर तो न माफ़ी,न ही पेशी बस सजाए मौत ही दी जानी चाहिए | ताकि ऐसे गुनाह की सजा का डर सबके मन में हो और ऐसा गुनाह करने का ख्याल भी किसी के मन में न आए |
0 टिप्पणी
| पोस्ट किया
जी प्रिया जी आपने बहुत ही अच्छा सवाल किया है आपका सवाल है कि यदि किसी के द्वारा संगीन अपराध किया जाता है तो उसे सीधे तौर पर सरकार को फांसी की सजा दी जानी चाहिए ना कि उसे जेल में रखकर सरकार का पैसा बर्बाद करना चाहिए क्योंकि ऐसा करने से ना केवल लोगों को सीख मिलेगी बल्कि लोग आगे चलकर इस तरह के अपराध करने से पहले 4 बार सोचेंगे इसलिए मैं आपसे निवेदन करना चाहती हूं कि भारत सरकार को यदि कोई अपराध करता है तो उसे फांसी की सजा देनी चाहिए ना की जेल में रखकर समय की बर्बादी और पैसों की बर्बादी नहीं करनी चाहिए।
0 टिप्पणी