हर सुबह सज-धज के कैनेडियन हाई-कमीशन के सामने पंजाबियों की लम्बी कतार लग जाती है, वीजा इंटरव्यू ना हो मानो माता के जगराते में आएं हो। क्यों जाना है इनको कनाडा ? क्या पंजाब में सुकून नहीं या कनाडा को पंजाब बनाने की साजिश हो रही है?
दरसल बात ये है कि पंजाबी लोग कनाडा अच्छे व्यवसाय के लिए जाते हैं, उनके रिश्तेदार जो वहां है वो बताते हैं कि कनाडा में छोटे से काम के लिए भी बहुत अच्छे पैसे मिल जाते हैं। बड़े-बच्चे, महिला और बूढ़े भी कनाडा जाने के फ़िराक में रहते हैं। बात यह भी है कि कनाडा में पहले से ही इतने पंजाबी हैं कि अब वहां जाने वाले लोगों को पंजाब और कनाडा में ज़ादा अंतर नहीं लगता।
कनाडा में देखा जाये तो काफी अच्छे स्तर पर पंजाबी व सिख काम कर रहें हैं, कैनेडियन कैबिनेट में भी चार सिख शामिल हैं। पंजाबी का मानना है कि कनाडा जाते ही उन्हें काम मिल ही जायेगा और पंजाब से ज्यादा अच्छे दिन देखने को मिलेंगा।
कनाडा कि सरकार भी पंजाबीओ को काफी तवज्जु देती है, पंजाबी को राष्ट्र भाषा में शामिल करना हो या पंजाबीओ को कनाडा में सेटल करना हो।
तो आप का क्या ख्याल है? कब जाने का इरादा हैं कनाडा, कमेंट कर बताये।